Delhi Liquor Policy: कोर्ट के आदेश को गलत तरीके से किया पेश, मीनाक्षी लेखी का ‘आप’ पर पलटवार
लेखी ने कहा कि कोर्ट के आदेश का पैरा 72 अतिशी पढ़ लेती तो पता चल जाता कि क्या हुआ है। वकील ने कोर्ट में बहस करते हुए कहा कि हम खुद विक्टिम है क्योंकि आम आदमी सरकार को पैसे देने को लेकर पंजाब में हम खुद दवाब में थे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आबकारी घोटाले को लेकर दिल्ली की शिक्षा मंत्री अतिशी के दावों पर भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने पलटवार किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अतिशी जिस तरीके से कोर्ट के आदेश का हवाला दे रही है वह पूरी तरीके से गलत है।और उसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। जो कि सीधे तौर पर कोर्ट की अवमानना है।
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा वकील ने जमानत लेते हुए जो कहा कि उस पर कोर्ट में बहस हुई है। कोर्ट ने आब्जर्वेशन एक कच्ची पर्ची को लेकर दिया है। इस मामले में जब ट्रायल चलेगा उसके बाद गवाहों का बयान होगा तब स्थिति स्पष्ट होगी।
उन्होंने कहा कि जमानत मिलना किसी के दोषमुक्त होने का आधार नहीं होता। जब मनीष सिसोदिया की जमानत खारिज हुई तो उसमें साफ तौर पर विजय नायर द्वारा लाभ पहुंचाने वाली शराब नीति बनाने को लेकर बैठकों आदि का जिक्र किया गया था। जिसे जमानत मिली है ( राजेश जोशी) उसकी कंपनी के जरिए ही हवाला का पैसा आया।
लेखी ने कहा कि कोर्ट के आदेश का पैरा 72 अतिशी पढ़ लेती तो पता चल जाता कि क्या हुआ है। उन्होंने कहा कि वकील ने कोर्ट में बहस करते हुए कहा कि हम खुद विक्टिम है, क्योंकि, आम आदमी सरकार को पैसे देने को लेकर पंजाब में हम खुद दवाब में थे।
केंद्रीय मंत्री ने आप सरकार को घोटालेबाजों की सरकार करार दिया है।आप झूठ के जरिये देश की जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री आवास की मरम्मत व साज सज्जा पर 45 करोड़ से ज्यादा खर्च हुए हैं, क्योंकि आसपास के भूखंड व सरकारी आवास को इसमें शामिल किया गया है। बाद में इसके बदले में दूसरी जगह पर फ्लैट खरीदे गए हैं।