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Delhi News: तीन दिनों की बंदी का दिल्ली के बाजारों पर बड़ा असर, एक हजार करोड़ के कारोबार के नुकसान का अनुमान

जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान तीन दिनों तक दिल्ली के बाजारों में कारोबार लगभग ठप्प रहा है। सीटीआई के अनुसार करीब एक हजार करोड़ रुपये के बिजनेस को नुकसान पहुंचने का अनुमान है। दिल्ली में जहां कारोबार की अनुमति थी वहां 10 प्रतिशत भी कारोबार नहीं हो पाया। हजारों दुकानदारों ने प्रतिष्ठान बंद रखे। कुछ ने आधा दिन काम किया। कुछ शाम 4-5 बजे दुकान बढ़ाकर घर चले गए।

By Nimish HemantEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Tue, 12 Sep 2023 05:12 PM (IST)
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तीन दिनों की बंदी का दिल्ली के बाजारों पर बड़ा असर
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन सफलपूर्वक संपन्न हो गया है। इस दौरान नई दिल्ली पुलिस जिला क्षेत्र में 8 से 10 सितंबर तक कई तरह के प्रतिबंध रहे। बाकी दिल्ली में जहां भी थोक और खुदरा बाजार खुले, वहां कारोबार नहीं के बराबर रहा।

एक हजार करोड़ के कारोबार का नुकसान

चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के अनुसार, इस दौरान करीब एक हजार करोड़ रुपये के बिजनेस को नुकसान पहुंचने की अनुमान है। सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि तीन दिनों तक दिल्ली के बाजारों में कारोबार लगभग ठप्प रहा।

10 प्रतिशत तक भी नहीं हुआ कारोबार

नई दिल्ली जिले में दुकान, कार्यालय, रेस्टोरेंट्स, क्लब, बार, बुकशॉप, जूलरी, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम, सिनेमा हॉल, फुटवियर, क्रॉकरी, गैजेट्स आदि का काम नहीं हुआ। कनॉट प्लेस, खान मार्केट, बंगाली मार्केट, जनपथ, पालिका बाजार जैसे मार्केट बंद रहे। दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में जहां कारोबार की अनुमति थी, वहां 10 प्रतिशत भी कारोबार नहीं हो पाया।

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भ्रम की वजह से बाजार नहीं आए लोग

हजारों दुकानदारों ने प्रतिष्ठान बंद रखे। कुछ ने आधा दिन काम किया। कुछ शाम 4-5 बजे दुकान बढ़ाकर घर चले गए। ग्राहक नदारद रहे। कर्मचारियों और व्यापारियों को भी मार्केट पहुंचने में मुश्किलें हुईं। बृजेश गोयल ने कहा कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, सोनीपत, रेवाड़ी, बहादुरगढ़, पानीपत, मेरठ और सहारनपुर जैसे आसपास के शहरों से दिल्ली में रोजाना करीब चार लाख खरीदार आते हैं, ये भी छुट्टी, रास्ते बंद, डायवर्जन, सुरक्षा जैसे भ्रम की वजह से नहीं आएं।

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दिल्ली के लोगों ने मनाई छुट्टी

दिल्ली के स्थानीय निवासियों ने भी तीन दिनों को छुट्टियों की तरह लिया। बहुत से लोग बाहर घूमने निकल गए। स्कूल, कॉलेज, सरकारी और निजी दफ्तरों में अवकाश घोषित होने पर काफी दिल्ली वाले दिल्ली से बाहर टूर पर निकल गए। कार्यक्रम की सफलता के लिए केंद्र, दिल्ली सरकार और एमसीडी को दिल्ली के व्यापारी बधाई दे रहे हैं।

कमला नगर, मटियामहल, लाजपत नगर, चांदनी चौक, करोल बाग, सरोजिनी नगर जैसे मार्केट्स के दुकानदारों ने खूब तैयारियां की थीं। कई मार्केट्स रंग-बिरंगी लाइट्स से सजी थीं। व्यापारियों ने आकर्षक डिस्काउंट भी रखे। मगर, बाजार में विदेशी मेहमान नहीं पहुंचे। होलसेल बाजारों में व्यापार प्रभावित होने की मुख्य वजह लोडिंग-अनलोडिंग पर रोक और मालवाहकों की आवाजाही पर लगा प्रतिबंध भी रहा।

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