Delhi News: अगले 10 दिन में खुलेगा मंगी ब्रिज, हजारों वाहन चालकों को मिलेगी बड़ी राहत
दिल्ली के मंगी पुल की दाहिनी आर्च की मरम्मत पूरी हो गई है और जल्द ही इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा। पुल के इस हिस्से को बड़े ट्रकों के गुजरने से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए ऊंचे ट्रॉला वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) आठ से 10 दिनों में पुल की इस लेन को भी शुरू कर देगा।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मरम्मत के बाद मंगी ब्रिज की दाहिनी आर्च तैयार हो गई है, जल्द जनता को इसमें वाहन गुजारने की अनुमति मिलेगी। लालकिला के पीछे 150 साल पहले बने इस ब्रिज की दाहिनी आर्च में बड़े ट्रक गुजरने से नुकसान हुआ है। ट्रक के ट्रॉला टकरा जाने से ब्रिज का यह हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
अब काम पूरा हो चुका है। फिर से ट्रकों का ट्रॉला ना टकराए, इसे देखते हुए इस आर्च में ऊंचे ट्रॉला वाले ट्रकों के गुजरने पर प्रतिबंध रहेगा। इसके लिए ब्रिज से कुछ पहले ही हाइट बैरियर लगाए जाने का काम शुरू किया गया है जो आठ दिन में पूरा हो जाएगा।
ब्रिज की लेन शुरू होने से मिलेगी राहत
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने कहा है कि आठ से 10 दिन में ब्रिज की इस लेन को भी शुरू कर दिया जाएगा। दिल्ली में ऐतिहासिक गेट और पुल बन रहे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के लिए चुनौती बन रहे हैं। मुख्य समस्या मंगी ब्रिज को लेकर रही है। इसके नीचे से यातायात गुजरने से ये क्षतिग्रस्त हो रहा है।
जर्जर हालत में पहुंच चुके मंगी ब्रिज को बचाने की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण लगातार कुछ न कुछ काम करता रहता है। फरवरी में इसकी दाहिनी आर्च के संरक्षण कार्य के लिए काम शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। ब्रिज के नीचे के भाग में मजबूती दी गई है। ब्रिज के नीचे की तरफ क्षतिग्रस्त भाग को तैयार करने में स्टील के अर्ध चंद्राकार गार्डर डाले गए हैं।
150 वर्ष पहले बना था मंगी ब्रिज
इसी तकनीक पर 2010 में इसी ब्रिज के ढह चुके आधे हिस्से को बचाया गया था। यह ब्रिज लालकिला और सलीमगढ़ किले को जोड़ता है। इतिहास लालकिला के पीछे स्थित इस ब्रिज का निर्माण 150 वर्ष पूर्व किया गया था।
इसका प्रयोग लालकिला से सलीमगढ़ किले में जाने के लिए किया जाता था। वर्तमान में इस ऐतिहासिक ब्रिज के नीचे से रिंग रोड गुजरता है। पुराना हो जाने से इस ब्रिज के ऊपर से कुछ साल से वाहनों का आवागमन बंद है।
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