Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

नाम बदनाम, शौक मरने का...बड़ा गैंगस्टर बनना चाहता है माया; बेखौफ होकर की सीनियर मैनेजर की हत्या

दिल्ली में बालिग होने के सवा महीने के बाद ही समीर उर्फ माया ने रोडरेज में सीनियर मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी। गैंगस्टर छेनू पहलवान और हाशिम बाबा गिरोह के बाद अब माया गिरोह आतंक मचा रहा है। वह ऐसी वारदात को अंजाम दे रहा है जिससे वह बड़ा गैंगस्टर बन सके। उसने 15 वर्ष की उम्र में उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा।

By SHUZAUDDIN SHUZAUDDINEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Wed, 30 Aug 2023 10:51 PM (IST)
Hero Image
बेखौफ होकर की सीनियर मैनेजर की हत्या

पूर्वी दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तर पूर्वी जिले में कुख्यात गैंगस्टर छेनू पहलवान और हाशिम बाबा गिरोह के बाद अब माया गिरोह आतंक मचा रहा है। गिरोह का सरगना समीर उर्फ माया बड़ा गैंगस्टर बनने की राह चल रहा है। बालिग होने के सवा महीने के बाद ही उसने रोडरेज में सीनियर मैनेजर की हत्या कर दी।

गिरोह के सरगना ने इंस्टाग्राम पर लिखा हुआ है नाम बदनाम पता कब्रिस्तान, उम्र जीना, शौक मरने का। हत्या के कुछ ही घंटे बाद पोस्ट शेयर करके कहा कि दो को निपटा दिया है। पुलिस के साहस को खुली चुनौती देते हुए सरगना के इंस्टाग्राम पर कई ऐसे वीडियो है, जिसमें वह छत, गली और खिड़की से अंधाधूंध गोलियां चलाता हुआ नजर आ रहा है।

बड़ा गैंगस्टर बनना चाहता है माया

वह ऐसी वारदात को अंजाम दे रहा है, जिससे वह बड़ा गैंगस्टर बन सके। पुलिस के डर से कितना बेखौफ है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस दिन पुरा देश आजादी का जश्न मना रहा था, माया उस दिन नूर ए इलाही में हवा में गोलियां चलाकर अपना दुस्साहस दिखा रहा था। नार्थ घोंडा निवासी बदमाश समीर के माता-पिता की मौत हो गई है।

परिवार में शादीशुदा बहन है। 15 वर्ष की उम्र में उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शूटआउट एट लोखंडवाला फिल्म में एक माया नाम के बदमाश का किरदार दिखाया गया है। उस किरदार से प्रभावित होकर समीर ने माया नाम से नाबालिगों का एक गिरोह बनाया हुआ है, जिसका सरगना वह खुद है। गत 18 जुलाई को वह बालिग हुआ है।

नाबालिग रहते उसने कई बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। गत वर्ष अप्रैल में माया ने नाबालिग रहते अपने साथियों के साथ मिलकर सुभाष मोहल्ला में आइसक्रीम विक्रेता की चाकू से गोदकर हत्या की थी। पिछले तीन वर्षों में उसने हत्या, लूट, पुलिसकर्मी पर गोली चलाने समेत पांच आपराधिक वारदात की है। यह वह हैं जो पुलिस के रिकार्ड में हैं।

आम लोगों के लिए नासूर बना हुआ है गिरोह

इस गिरोह में करीब दस नाबालिग शामिल है। यह गिरोह नूर ए इलाही, भजनपुरा, घोंडा, जाफराबाद, चौहान बांगर समेत कई इलाकों के लोगों के लिए नासूर बना हुआ है। नाबालिग होने का फायदा उठाकर लूट, उगाही, जबरन वसूली इनके लिए आम बात है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग इस डर से इनके खिलाफ कुछ नहीं बोलते क्योंकि नाबालिग है, कुछ ही दिनों में छूटकर आ जाएंगे। जान जाने के डर से लोग आगे नहीं आते। लोगों का कहना है कि पुलिस को इस गिरोह के बदमाशों का इंस्टाग्राम व फेसबुक देख लेना चाहिए, पुलिस को पता चल जाएगा राजधानी के लोग कितने सुरक्षित हैं।

नाबालिगों पर चल रहा है बालिग की तरह हत्या का केस

विवेक विहार इलाके में गत 26 जनवरी को हुक्के के विवाद में नाबालिग बदमाशों ने सुजीत नाम के एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या की थी। शाहदरा जिला पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड में आवेदन कर मांग थी कि 17 वर्ष की उम्र के जो दो आरोपित हैं, उनपर बालिग की तरह हत्या का केस चलाया जाए।

दोनों अपराध करने में सक्रिय हैं। बोर्ड ने पुलिस के आवेदन को स्वीकार किया और दोनों पर बालिग की तरह केस चलाने की अनुमति दी। यह पुलिस के लिए किसी जीत से कम नहीं था, बदमाशों को लग रहा था कि वह 18 वर्ष से कम होने के चलते बड़े अपराध करके भी बच जाएंगे।