Delhi News: स्थायी समिति चुनाव की बैठक स्थगित, AAP ने सदन में मोबाइल न ले जाने की अनुमति को लेकर किया था विरोध
Delhi News दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक महापौर द्वारा स्थगित कर दी गई है। यह बैठक पांच अक्टूबर तक के लिए स्थगित की गई है। इसके साथ ही निगम अधिकारियों को भी अगले आदेश तक दफ्तर न छोड़ने का आदेश दिया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने सदन में मोबाइल न ले जाने की अनुमति को लेकर विरोध किया था।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक पांच अक्टूबर तक के लिए महापौर द्वारा स्थागित करने के बाद निगम में एक बार फिर घटनाक्रम बदल रहे हैं। कहा जा रहा है कि चुनाव के लिए आज ही एक बार फिर बैठक बुलाई जा सकती है। निगम सदन में लगे सभी उपकरणों को जांचा जा रहा है।
साथ ही निगम अधिकारियों को भी अगले आदेश तक दफ्तर न छोड़ने का आदेश दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि जिस प्रकार से वार्ड कमेटी के चुनाव को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने हस्तक्षेप कर पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति की थी, उसी तरह से फिर से किसी निष्पक्ष व्यक्ति को नियुक्त कर चुनाव कराया जा सकता है। हालांकि, इसको लेकर कोई अभी अधिकारिक सूचना नहीं है। निगम में उच्चस्तरीय बैठक चल रही है।
बैठक को पांच अक्टूबर तक के लिए स्थगित किया
उल्लेखनीय है कि दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के 18वें सदस्य के लिए चुनाव से पहले हंगामा और सदन में मोबाइल न लाने की अनुमति देने को लेकर महापौर ने बैठक को पांच अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया है। महापौर ने सदन को तीन बार स्थगित किया। महापौर का कहना था कि पार्षदों का अपमान हुआ है और अधिकारियों पर भी दवाब है। इसलिए सदन की बैठक को पांच अक्टूबर तक के लिए स्थगित किया जा रहा है। यानि अब स्थायी समिति के सदस्य का चुनाव पांच अक्टूबर को होगा।उल्लेखनीय है कि निगम ने सदन में पार्षदों को स्थायी समिति के सदस्य मतदान के लिए मोबाइल लाना प्रतिबंधित कर दिया था। ऐसै में जैसे ही आप पार्षद सदन में प्रवेश के लिए पहुंचे तो दिल्ली पुलिस कर्मियों द्वारा मोबाइल की जांच का विरोध किया। इसके बाद आप पार्षदों ने सदन के बाहर ही नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच भाजपा के पार्षद सदन में पहुंच गए।
महापौर ने सदन में पहुंचकर अधिकारियों को आदेश दिए
महापौर ने पहले सदन में पहुंचकर अधिकारियों को आदेश दिए कि पार्षदों को बिना जांच के अंदर आने की अनुमति दी जाए। महापौर ने 15-15 मिनट के लिए निगम सदन की बैठक को स्थगित कर दिया। तीसरी बार सदन में पहुंची महापौर ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि अधिकारी महापौर के आदेश को नहीं मान रहे हैं। पार्षदों की मर्यादा को अपमानित किया जा रहा है। अधिकारियों पर न जाने क्यों दवाब है। इसलिए सदन की बैठक को पांच अक्टूबर तक के लिए स्थगित किया जा रहा है।आप पार्षदों ने निगम सदन के बाहर दिल्ली पुलिस, भाजपा और निगम आयुक्त अश्विनी कुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही बिना जांच के सदन में जाने की अनुमति देने की मांग की। हालांकि निगम आयुक्त अश्विनी कुमार ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए मोबाइल लाना प्रतिबंधित हैं। जब चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो मोबाइल लाने की अनुमति दे दी जाएगी।
इस बीच स्थगित सदन में निगम सचिव शिवा प्रसाद केवी ने सदन को जानकारी दी कि निगम के कार्य व प्रक्रिया संचालन नियम 51 (5) के तहत मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए सदन में मोबाइल लाना प्रतिबंधित किया गया है। समय रहते इसकी सूचना दे दी गई थी। जब मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाए तो फिर मोबाइल लाकर काम कर सकते हैं।वहीं, इस मामले में केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी को गवर्नेंस करने नहीं आती है यह लोग अनार्किस्ट लोग हैं किसी नियम किसी कानून को मानने वाले नहीं है यह लोग चुनाव आयोग भी निर्देश है और नियम भी यही है कि फ्रीक्वेंसी ऑफ द बेलेट को मेंटेन रखना चाहिए कोई भी फोन या कैमरा उसे बूथ में नहीं जाना चाहिए जब आम चुनाव होता है उसमें भी यही नियम लागू होता है। यही नियम यहां भी लागू होता है तो उसमें क्या आपत्ति है।
यह भी पढ़ें- '... इसलिए दुनिया धुंधली दिखनी शुरू हो गई', केजरीवाल के भाषण पर बोलीं स्वाति मालीवालयह बात आज नहीं बल्कि नोटिफाई है इस नियम से संबंधित सभी को नोटिस भी गया हुआ है कि गोपनीयता बनाए रखने के लिए मोबाइल सदन के अंदर नहीं जाएगा तब इन लोगों ने क्यों नहीं प्रदर्शन किया। दरअसल इनको अंदर से डर लग रहा है। इनको समझ में आ गया है आज का चुनाव हारने वाले हैं मैं आप सबके माध्यम से महापौर जो पीठासीन अधिकारी हैं।
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