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Delhi: यमुना किनारे मिलेगा चांदनी चौक की चाट-पकौड़ी का स्वाद, MCD जल्द लगाएगा नाइट स्ट्रीट फूड जोन

गुजरात की तरह राजधानी दिल्ली में नाइट स्ट्रीट फूड मिल सकेगा। दिल्ली नगर निगम इसकी तैयारी में जुट गया है। इसमें यमुना की लहरों को निहारते हुए लोगों को चांदनी चौक की चाट-पकौड़ी से लेकर करोलबाग के छोले-भटूरे तक का स्वाद मिलेगा।

By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Mon, 22 May 2023 08:01 AM (IST)
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Delhi: सलीमगढ़ किले के पीछे का हिस्सा, जहां निगम विकसित करेगा स्ट्रीट फूड जोन।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता गुजरात की तरह राजधानी दिल्ली में नाइट स्ट्रीट फूड मिल सकेगा। दिल्ली नगर निगम इसकी तैयारी में जुट गया है। इसमें यमुना की लहरों को निहारते हुए लोगों को चांदनी चौक की चाट-पकौड़ी से लेकर करोलबाग के छोले-भटूरे तक का स्वाद मिलेगा। यह नाइट स्ट्रीट फूड जोन लाल किला के पास सलीमगढ़ किले के बीच एक रास्ते पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए निगम डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने में जुटा है, जिसमें वहां पर होने वाली व्यवस्थाओं की पूरी जानकारी होगी।

गुजरात की तर्ज पर होगा नाइट स्ट्रीट फूड जोन

निगम की योजना है कि सितंबर में होने वाली जी-20 बैठक से पहले इसे शुरू कर दें। गुजरात में कई ऐसे बाजार हैं, जिनमें दिन में दुकानें चलती हैं और रात में जब दुकानें बंद हो जाती हैं, तो वहां लोग स्ट्रीट फूड का स्टाल लगा लेते हैं। यह अस्थायी दुकानें देर रात तक लगी रहती हैं। लोग यहां दूर-दूर से पहुंचते हैं। रात में स्ट्रीट फूड की बिक्री से इन बाजारों की सुरक्षा भी होती है, साथ ही लोगों को रोजगार भी मिलता है।

LG ने किया सलीमगढ़ की खाली जगह का निरीक्षण

दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एलजी वीके सक्सेना ने यमुना किनारे दौरा करने के दौरान सलीमगढ़ किले के पास खाली जगह का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने यहां पर दिल्ली के पहले नाइट स्ट्रीट फूड जोन के तौर पर विकसित करने का आदेश दिया था। इसके तहत यहां पर मौजूद धार्मिक ढांचों को हटाया गया है जिनसे यहां अतिक्रमण था। फिलहाल यह सड़क सुनसान रहती है। बहुत कम लोग इसका उपयोग करते हैं। इसलिए इसे नाइट स्ट्रीट फूड जोन के रूप में विकसित किया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि चूंकि सलीमगढ़ किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआइ) द्वारा संरक्षित है, इसलिए जो भी ढांचा नाइट स्ट्रीट फूड जोन के लिए विकसित होगा, वह अस्थायी होगा। नियमानुसार संरक्षित इमारतों में 100 मीटर दूरी तक कोई निर्माण नहीं किया जा सकता। उससे आगे की दूरी पर इजाजत लेकर अस्थायी कार्य किया जा सकता है।

नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय समन्वयक अरविंद सिंह ने कहा- हमने एलजी से भी मांग की थी कि इस तरह की चीजें शुरू की जाएं। स्वयं एलजी भी नाइट स्ट्रीट फूड और होटलों को देर रात तक खोलने के पक्ष में हैं। इसलिए उन्होंने हाल ही में कुछ समय भी बढ़ाया था। यह स्वागतयोग्य कदम है। हमारी मांग है कि इसमें स्ट्रीट फूड वेंडर्स को ही रखा जाए, न कि बड़े-बड़े रेस्तरां वालों को।