सौर ऊर्जा से रौशन होगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे न सिर्फ वाहनों को जाम से निजात दिलाएगा बल्कि पूरी तरह ईको फ्रेंडली भी बनाया जाएगा। इससे माह लाखों रुपये की बिजली बचेगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे न सिर्फ वाहनों को जाम से निजात दिलाएगा, बल्कि पूरी तरह ईको फ्रेंडली भी बनाया जाएगा। यूपी गेट से लेकर मेरठ तक एक्सप्रेस-वे पर लगने वालीं लाइटें पूरी तरह सौर ऊर्जा से जगमगाएंगी। इसके लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) ने पूरी तैयारी कर ली है। इससे न सिर्फ हर माह लाखों रुपये की बिजली बचेगी बल्कि ये पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण ये भूमिका निभाएगी।
एनएचएआइ डासना के पास दो ग्रिड तैयार कर रहा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के तीन चरणों में विभाजित काम का दिल्ली तक का पहला चरण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में यूपी गेट से डासना तक 19.2 किलोमीटर एक्सप्रेस वे का निर्माण जारी है। जबकि डासना से मेरठ तक 22 किलोमीटर तक का काम भी तेजी से चल रहा है।
14 लेन के हाइवे के बीच में छह लेन का दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे होगा, जबकि दोनों ओर चार-चार लेन का एनएच-नौ रहेगा। डासना तक के स्ट्रेच को जून तक पूरा करने का दावा किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब एनएचएआइ ने हाइवे को पूरी तरह शुरू करने के लिए लाइट और अन्य व्यवस्थाओं तक का काम भी शुरू कर दिया है।
यूपी गेट से लेकर मेरठ के बीच एक्सप्रेस-वे पर करीब एक हजार लाइटें लगाई जाने का अनुमान किया गया हैं। ये लाइटें एलक्ष्डी होंगी और सौर ऊर्जा से संचालित होंगी। हाइवे पर बनने वाले सभी पुलों के दोनों ओर वर्टिकल गार्डनिंग कर हरियाली फैलाई जाएगी। नहर और नदी पर बनने वाले पुलों पर यह व्यवस्था की जाएगी।