Delhi-Meerut RRTS: दिल्ली से मेरठ का सफर होगा बेहद आसान, नमो भारत ट्रेन से 40 मिनट में पूरा होगा सफर
साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर के बीच नमो भारत ट्रेन का ट्रायल इसी साल शुरू होगा। न्यू अशोक नगर और मेरठ साउथ स्टेशनों के बीच की यात्रा में 35 से 40 मिनट का समय लगेगा। वर्तमान में मेरठ साउथ से साहिबाबाद तक ट्रेन का संचालन हो रहा है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर बनाया जा रहा न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन पर्यावरण अनुकूल होगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली से मेरठ का सफर जल्द ही बेहद आसान होने जा रहा है। दरअसल नमो भारत ट्रेन के संचालन का विस्तार किया जा रहा है। वर्तमान में मेरठ साउथ से साहिबाबाद तक नमो भारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है, लेकिन जल्द ही यह दिल्ली के न्यू अशोक नगर तक दौड़ेगी।
ताजा जानकारी के मुताबिक, साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर के बीच नमो भारत ट्रेन का ट्रायल रन आने वाले नवंबर माह से किया जाएगा। न्यू अशोक नगर और मेरठ साउथ स्टेशनों के बीच की यात्रा में 35 से 40 मिनट का समय लगेगा। इसके साथ ही स्टेशन एंट्री पर 550 से अधिक दोपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी।
कितना होगा किराया?
मेरठ साउथ से न्यू अशोक नगर का किराया अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन मेरठ साउथ से न्यू अशोक तक स्डैंडर्ड क्लास का किराया 150 रुपये तक रखा जा सकता है। अभी मेरठ साउथ से साहिबाबाद तक स्डैंडर्ड कोच का किराया 110 रुपये निर्धारित है।
अशोक नगर स्टेशन की छत पर लगेंगे सोलर पैनल
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर बनाया जा रहा न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन पर्यावरण अनुकूल होगा। इस स्टेशन पर ऊर्जा और जल संरक्षण के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं।
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वर्षा जल संचयन का भी होगा प्रविधान
सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए इस स्टेशन के रूफ शेड पर 900 सोलर पावर पैनल लगाए जाएंगे। इसके तहत प्रतिवर्ष साढ़े छह लाख यूनिट से ज्यादा बिजली पैदा होगी। साथ ही इस स्टेशन पर वर्षा जल संचयन का भी प्रविधान किया जा रहा है, जिसके लिए पांच रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स बनाए जा रहे हैं।
वर्तमान में स्टेशन की छत का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके निर्मित होते ही इसके ऊपर सोलर पावर पैनल स्थापित किए जाएंगे। यहां उत्पादित बिजली का इस्तेमाल स्टेशन की लाइटिंग तथा अन्य इलेक्ट्रिकल उपकरणों आदि को चलाने के लिए किया जाएगा।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स का निर्माण पूरा
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) का लक्ष्य अपने पूरे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर में 11 मेगावाट से अधिक सौर ऊर्जा उत्पन्न करके नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को बढ़ाना है। न्यू अशोक नगर स्टेशन पर वर्षा जल संचयन के लिए तीन रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स का निर्माण पूर्ण हो गया है।
ये पिट्स स्टेशन और वायाडक्ट में एकत्रित जल को भूमि के अंदर समाहित कर लेंगे और जल संग्रहण में अपना योगदान देंगे। एनसीआरटीसी पूरे कॉरिडोर पर ऐसे 900 से ज्यादा पिट्स बना रहा है। इनमें से 80 प्रतिशत से ज्यादा पिट्स बनकर तैयार हो चुके हैं। इसके साथ ही स्टेशन पर हरियाली के लिए विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे।
मेट्रो स्टेशन से सीधे जुड़ेगा आरआरटीएस स्टेशन
ये पौधे पार्किंग, स्टेशन के नीचे मेरीडियन में और आसपास लगाए जाएंगे। न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन का निर्माण मौजूदा अशोक नगर मेट्रो स्टेशन के करीब किया जा रहा है। मल्टी माडल इंटिग्रेशन के तहत परिवहन के दोनों साधनों के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए, एनसीआरटीसी आरआरटीएस स्टेशन और मेट्रो स्टेशन के बीच 90 मीटर लंबे और छह मीटर चौड़े एफओबी का निर्माण कर रहा है।
यह एफओबी मेट्रो स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल को सीधे-सीधे आरआरटीएस स्टेशन से जोड़ेगा। इस एफओबी के माध्यम से यात्री स्टेशन परिसर से बाहर निकले बिना इन परिवहन साधनों में से किसी भी माध्यम में निर्बाध आ-जा सकेंगे। इससे ट्रैफिक जाम और भीड़भाड़ को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।