Delhi Metro News: 5 महीने में 15 बार दिल्ली मेट्रो ने तोड़ा लाखों यात्रियों का विश्वास
Delhi Metro News दिल्ली मेट्रो रेल निगम द्वारा संचालित ट्रेनों में लगातार दिक्कत आना उसकी साख पर सवाल खड़े कर रहा है। तकरीबन हर सप्ताह दिल्ली मेट्रो में कोई न कोई तकनीकी खराबी आ ही जाती है।
नई दिल्ली [सौरभ श्रीवास्तव]। दिल्ली मेट्रो में तकनीकी खराबी चिंता का सबब बनती जा रही है। सोमवार सुबह येलो लाइन पर तकनीकी खराबी आने से करीब साढ़े चार घंटे तक मेट्रो का परिचालन प्रभावित रहा। दिल्ली से गुरुग्राम के हुडा सिटी सेंटर जा रही मेट्रो का घिटोरनी स्टेशन के पास आपरेशन कमांड सेंटर से संपर्क कट गया, जिससे मेट्रो रुक गई थी। इसकी वजह से सुबह 5:42 बजे से 10:07 बजे तक मेट्रो का परिचालन प्रभावित रहा।
कालेज के छात्रों से लेकर दफ्तर जाने वाले भी हुए परेशान
यलो लाइन पर परेशान के चलते दिल्ली और गुरुग्राम के बीच मेट्रो पूरी तरह ठप रही। सुबह के व्यस्त समय में कालेज जाने या कामकाज के लिए निकले लोगों समेत अन्य यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मई से लेकर अब तक 15 बार दिल्ली मेट्रो ने लोगों को किया परेशान
अधिक चिंताजनक यह भी है कि विगत मई माह से अब तक 15 बार मेट्रो का परिचालन तकनीकी खराबी के कारण बाधित हुआ है। यही नहीं, सोमवार को आई तकनीकी खराबी विगत तीन माह में आई सबसे गंभीर समस्या थी।
सुधार के प्रति गंभीर दिखाए डीएमआरसी
प्रश्न यह उठता है कि दिल्ली मेट्रो तकनीकी समस्या से पार पाने में सफल क्यों नहीं हो पा रही है। यदि कुछ माह में ही 15 बार मेट्रो को तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा है तो इसे दिल्ली मेट्रो रेल प्रबंधन को अत्यंत गंभीरता से लेना चाहिए।
डीएमआरसी हल्के में नहीं लें परेशानी को
प्रबंधन को पूर्व में आई समस्याओं के साथ ही सोमवार को आई तकनीकी समस्या की गहन समीक्षा करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि आखिर बार-बार ऐसा क्यों हो रहा है और उससे निपटने के प्रयासों में कहां कमी हो रही है। मेट्रो बाधित होने से यात्रियों को होने वाली परेशानी को कतई हल्के में नहीं लिया जा सकता।
सुनिश्चित हो किया जाए कि न हो किसी को परेशानी
विश्वस्तरीय तकनीक से युक्त दिल्ली मेट्रो का बार-बार तकनीकी समस्या से बाधित होना इसकी छवि भी खराब कर रहा है। डीएमआरसी को बेहतर रखरखाव और तकनीकी उन्नयन के साथ यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मेट्रो को तकनीकी समस्या से हर हाल में छुटकारा दिलाया जाए और यात्रियों को मेट्रो के सफर के दौरान किसी तरह की परेशानी न होने पाए।