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    23 साल में कितनी बार बढ़ा मेट्रो का किराया? न्यूनतम Fare 4 से पहुंचा 11 रुपये; DMRC ने बताई बड़ी वजह

    दिल्ली मेट्रो ने सोमवार को किराए में अचानक वृद्धि की घोषणा की। सभी लाइनों पर 1 से 4 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। यह वृद्धि कोविड काल के नुकसान और जेआइसीए ऋण की भरपाई के लिए की गई है। पिछले 22 वर्षों में यह छठवां संशोधन है जिससे न्यूनतम किराया 4 रुपये से बढ़कर 11 रुपये हो गया है। यह संशोधन 25 अगस्त से लागू हो गया है।

    By rais rais Edited By: Kapil Kumar Updated: Mon, 25 Aug 2025 04:25 PM (IST)
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    23 वर्ष में न्यूनतम किराया चार से बढ़कर 11 रुपये हुआ।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने सोमवार की सुबह अचानक किराए में वृद्धि कर दी। मेट्रो की सभी लाइनों पर एक से चार रुपये और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर अधिकतम पांच रुपये की वृद्धि हुई है। हालांकि रविवार, राष्ट्रीय अवकाश और पीक समय से इतर यात्रा करने वालों को 10 प्रतिशत की छूट पूर्ववत जारी रहेगी।

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    पिछले 22 वर्ष आठ माह में मेट्रो के किराए में यह छठवां संशोधन है। तब से अब तक न्यूनतम किराया बढ़कर तीन गुना हो गया है। शुरुआत में जहां न्यूनतम किराया चार रुपये निर्धारित था, वहीं अब यह बढ़कर 11 रुपये हो गया है।

    डीएमआरसी ने किराए में बढ़ोत्तरी के लिए कोविड काल में हुए नुकसान और जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआइसीए) के ऋण की भरपाई का हवाला दिया है।

    मेट्रो ने लगभग आठ वर्षों के अंतराल के बाद किराए में वृद्धि की है, जो 25 अगस्त से लागू भी हो गया है। चौथी किराया निर्धारण समिति ने स्वचालित किराया संशोधन सूत्र के माध्यम से किराए में संशोधन की सिफारिश की थी।

    डीएमआरसी के निदेशक मंडल की ओर से लिए गए निर्णय के अनुसार, यह संशोधन चौथे वित्त आयोग के वैधानिक प्रावधानों और सिफारिशों के अनुरूप किया गया है। डीएमआरसी के मुताबिक, कोविड-19 महामारी के दौरान हुए नुकसान और जेआइसीए के ऋण चुकाने के दायित्वों से उपजे वित्तीय चुनौतियों के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया।

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    वहीं, इस अवधि में दिल्ली मेट्रो ट्रेनों, नागरिक संपत्तियों और मशीनरी के नवीनीकरण की जरूरत, नेटवर्क के सामान्य रख-रखाव पर व्यय और मानव संसाधनों के वेतन में कोई बाधा नहीं आने दी गई। पिछले आठ वर्षों में यात्री किराए में कोई वृद्धि न होने से वित्तीय स्थिति बिगड़ने लगी थी। चुनौतियों से निपटने के लिए अब एक से चार रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है।