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Delhi Metro: रेड लाइन के पांच किलोमीटर हिस्से पर होगा स्वदेशी CBTC सिग्नल का परीक्षण, पढ़ें खूबियां

Delhi Metro डीएमआरसी स्वदेशी संचार आधारित ट्रेन कंट्रोल सिग्नल सिस्टम विकसित करने में जुट गया है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के सहयोग से परियोजना पर काम चल रहा है। दिल्ली मेट्रो के सबसे पुराने कॉरिडोर रेड लाइन के पांच किलोमीटर हिस्से तक होगा। बता दें इससे पहले मजेंटा व पिंक लाइन पर इसका इस्तेमाल हुआ है।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Wed, 31 Jul 2024 06:49 PM (IST)
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DMRC: दिल्ली मेट्रो रेल निगम स्वदेशी संचार आधारित। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। (Delhi Metro Hindi News) दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) स्वदेशी संचार आधारित ट्रेन कंट्रोल (डीएमआरसी) सिग्नल सिस्टम विकसित करने में जुटा हुआ है। डीएमआरसी व बीईएल (भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड) दोनों मिलकर इस परियोजना पर काम कर रहे हैं। इस स्वदेशी सीबीटीसी सिग्नल का परीक्षण दिल्ली मेट्रो के सबसे पुराने कॉरिडोर रेड लाइन के पांच किलोमीटर हिस्से पर होगा।

रेड लाइन (Red Line) पर ऑटोमेटिक ट्रेन कंट्रोल (एटीसी) सिग्नल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। मौजूदा समय में सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम का इस्तेमाल मजेंटा व पिंक लाइन पर किया गया है। इस वजह से इन दोनों कॉरिडोर पर चालक रहित पूरी तरह स्वचालित मेट्रो का परिचालन होता है।

इन दोनों कारिडोर पर विदेश से लिए गए सीबीटीसी सिस्टम (CBTC System) का इस्तेमाल किया गया है, जो काफी महंगा है। अभी स्वदेशी सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम उपलब्ध नहीं है। इसलिए स्वदेशी सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसका लैब शास्त्री पार्क में मेट्रो के प्रशिक्षण संस्थान में है।

रेड लाइन पर शाहदरा से शास्त्री पार्क के बीच का मेट्रो कॉरिडोर

डिजिटल ट्रैक सर्किट सतत स्वचालित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से लैस किया जाएगा। दो मेट्रो ट्रेनों को भी सीबीटीसी सिग्नल से परिचालन के लिए तैयार करने की पहल की गई है। इसके तहत दो ट्रेनों के हार्डवेयर व साफ्टवेयर में भी बदलाव होगा। ट्रायल के पहले डीएमआरसी किसी तीसरी एजेंसी से स्वतंत्र रूप से सुरक्षा मूल्यांकन कराएगी।

इसके मद्देनजर डीएमआरसी (DMRC) ने सुरक्षा मूल्यांकन के लिए एक एजेंसी की सेवा लेने की पहल की है। यह एजेंसी स्वतंत्र रूप से सुरक्षा मूल्यांकन कर डीएमआरसी को रिपोर्ट और अहम सुझाव देगी। इसके बाद शाहदरा से शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन के बीच व शास्त्री पार्क डिपो सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम का परीक्षण होगा।

रेड लाइन पर रात में मेट्रो का परिचालन समाप्त होने के होगा परीक्षण

शाहदरा से शास्त्री पार्क के बीच चार मेट्रो स्टेशन हैं। जिसमें इन दोनों स्टेशनों के अलावा वेलकम, सिलमपुर शामिल है। परीक्षण रेड लाइन पर रात में मेट्रो का परिचालन समाप्त होने के बाद होगा। परीक्षण के दौरान दो ट्रेनें स्वचालित ट्रेनों की तरह शाहदरा से शास्त्री पार्क के बीच स्वदेशी सीबीटीसी सिग्नल की मदद से चलेंगी।

डीएमआरसी को उम्मीद है कि अगले वर्ष के अंत तक स्वदेशी सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम तैयार करने में कामयाब हो जाएगा। इससे आने वाले समय में स्वदेशी सिग्नल सिस्टम से चालक रहित मेट्रो ट्रेनों का परिचालन हो सकेगा।

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