Delhi Metro Phase-4: रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर कब तक होगा तैयार, तीन राज्यों को फायदा, लागत से लेकर जानें सबकुछ
Delhi Metro Projects News हरियाणा के कुंडली व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। फेज चार में प्रस्तावित रिठाला-नरेला-कुंडली कारिडोर का निर्माण 6231 करोड़ की लागत से होगा। हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने इस परियोजना को स्वीकृति दी है। जिसमें दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अहम भूमिका रही है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। फेज चार में प्रस्तावित रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर का निर्माण 6231 करोड़ की लागत से होगा। केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद करीब चार वर्ष में यह कॉरिडोर बनकर तैयार होगा। इस कॉरिडोर के निर्माण से हरियाणा के सोनीपत से दिल्ली के बीच अवागमन की सुविधा बेहतर होगी।
साथ हरियाणा के कुंडली व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। इसलिए हरियाणा के कुंडली से न्यू बस अड्डा गाजियाबाद तक मेट्रो से अवागमन की सुविधा बेहतर जो जाएगी।
26 किमी से ज्यादा लंबा कॉरिडोर, 22 मेट्रो स्टेशन
हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने इस परियोजना को स्वीकृति दी है। जिसमें दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अहम भूमिका रही है। लेकिन अभी इस कॉरिडोर को केंद्रीय मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिलना बाकी है। इसके बाद निर्माण का रास्ता साफ होगा। 26.463 किलोमीटर लंबी इस मेट्रो लाइन पर रिठाला सहित 22 मेट्रो स्टेशन होंगे।
रिठाला से कुंडली रूट पर कई नई परियोजनाएं
मौजूदा समय में रिठाला से न्यू बस अड्डा गाजियाबाद तक रेड लाइन पर मेट्रो का परिचालन हो रहा है। रिठाला से बवाना, नरेला होते हुए कुंडली तक नए मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होना है। उपराज्यपाल कार्यालय का कहना है कि नरेला में सात शैक्षणिक संस्थानों की परियोजनाएं हैं। वहां अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम भी बनना है।
इसके अलावा चिकित्सा संस्थान, आईटी पार्क, मल्टी मोडल लॉजिस्टक पार्क सहित डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) की कई बड़ी परियोजनाएं नरेला में प्रस्तावित हैं। इसलिए इस कॉरिडोर के निर्माण से नरेला के विकास को गति मिलेगी।
कितना आएगा खर्च और किसका कितना होगा हिस्सा
इस कॉरिडोर के दिल्ली के हिस्से के निर्माण पर 5685.22 करोड़ रुपये खर्च आएगा। इसका 40 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार वहन करेगी। जिसमें एक हजार करोड़ रुपये दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) भुगतान करेगा। 37.5 प्रतिशत बजट दिल्ली मेट्रो को लोन से मिलेगा। दिल्ली सरकार 20 प्रतिशत हिस्सा भुगतान करेगी।
वहीं, हरियाणा के हिस्से के मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण पर 545.77 करोड़ खर्च आएगा। इसका 80 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा सरकार व 20 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार वहन करेगी। इस कॉरिडोर का चार वर्ष में निर्माण पूरा होने पर वर्ष 2028 में इस कॉरिडोर की मेट्रो में प्रतिदिन करीब एक लाख 26 हजार यात्री सफर करेंगे।
ये स्टेशन हैं प्रस्तावित
रिठाला, रोहिणी सेक्टर-25, रोहिणी सेक्टर-26, रोहिणी सेक्टर-31, रोहिणी सेक्टर-32, रोहिणी सेक्टर-36, बरवाला, रोहिणी सेक्टर-35, रोहिणी सेक्टर-34, बवाना औद्योगिक क्षेत्र (सेक्टर तीन व चार), बवाना औद्योगिक क्षेत्र (सेक्टर एक व दो), बवाना जेजे कालोनी, सनोठ, न्यू सनोठ, डिपो स्टेशन, भेरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर पांच, कुंडली व नाथूपुर।
रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर लंबाई (किलोमीटर में) व स्टेशनों की संख्या
कॉरिडोर का हिस्सा कुल लंबाई भूतल पर एलिवेटेड स्टेशन
दिल्ली में कॉरिडोर की लंबाई 23.737 0.980 22.757 20
हरियाण में कॉरिडोर की लंबाई 2.726 0 2.726 2
कॉरिडोर की कुल लंबाई 26.463 0.980 25.483 22