Delhi Metro के गोल्डन लाइन को लेकर आया अपडेट, छतरपुर मंदिर तक दूसरी सुरंग का निर्माण पूरा
दिल्ली मेट्रो की गोल्डन लाइन पर छतरपुर से छतरपुर मंदिर के बीच दूसरी सुरंग बनकर तैयार हो गई है। इस सुरंग के बनने से अप और डाउन दोनों तरफ से मेट्रो परिचालन के लिए रास्ता साफ हो गया है। सुरंग की लंबाई 860 मीटर है और इसकी गहराई 12 मीटर है। इस सुरंग के निर्माण में 613 पहले से तैयार रिंग इस्तेमाल की गई हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। फेज चार में निर्माणाधीन गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद-एरोसिटी) पर भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर के लिए छतरपुर से छतरपुर मंदिर के बीच दूसरी सुरंग का निर्माण भी पूरा हो गया है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक विकास कुमार की उपस्थिति में 97 मीटर लंबी टीबीएम (टनलिंग बोरिंग मशीन) सुरंग बनाते हुए छतरपुर मंदिर के पास बाहर निकली। इस सुरंग की लंबाई 860 मीटर है।
छतरपुर से छतरपुर मंदिर के बीच एक सुरंग का निर्माण पिछले वर्ष अगस्त में पूरा हो गया था। उस सुरंग की लंबाई 865 मीटर है। अब दूसरी सुरंग बन जाने के बाद अप और डाउन दोनों तरफ से मेट्रो परिचालन के लिए सुरंग तैयार हो गई हैं। सुरंग की गहराई 12 मीटर है। इस सुरंग के निर्माण में 613 पहले से तैयार रिंग इस्तेमाल की गई हैं। इन रिंग को मुंडका कास्टिंग यार्ड में तैयार किया गया था। एक सुरंग की चौड़ाई 5.8 मीटर है।
DMRC Completes another Major Tunnelling Milestone on Phase 4 Golden Line; Breakthrough at Chhatarpur Mandir Station
The Delhi Metro Rail Corporation (DMRC) today achieved a major construction milestone in Phase 4 with the completion of an underground tunnel between Chhatarpur… pic.twitter.com/hlcGrzKEJS
66 किलोवाट के हाई टेंशन बिजली का तार हटाया गया
डीएमआरसी का कहना है कि यह सुरंग वर्तमान यलो लाइन के एलिवेटेड कॉरिडोर के नीचे से होकर गुजर रही है। फिर भी सुरंग खोदाई के दौरान यलो लाइन पर मेट्रो का परिचालन सामान्य रूप से जारी रहा। इसके अलावा सुरंग की खोदाई के दौरान 66 किलोवाट के हाई टेंशन बिजली के तार को हटाया गया। ईपीबीएम (अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मेथड) का इस्तेमाल कर सुरंग का निर्माण पूरा किया गया।
कॉरिडोर मार्च 2026 तक पूरी तरह बनकर तैयार होगा
डीएमआरसी फेज एक के कॉरिडोर के निर्माण के दौर से ही भूमिगत कॉरिडोर के निर्माण के टीबीएम मशीन का इस्तेमाल करता रहा है। फेज तीन में करीब 50 किलोमीटर का भूमिगत कॉरिडोर बना था। तब दिल्ली में सुरंग खोदाई के लिए 30 टीबीएम मशीन लगाए गए थे। फेज चार में 40.109 किलोमीटर भूमिगत कॉरिडोर का निर्माण होना है। इसमें से 19.343 किलोमीटर हिस्सा अकेले निर्माणाधीन गोल्डन लाइन पर होगा। इस गोल्डन लाइन की कुल लंबाई 23.62 किलोमीटर होगी और यह कॉरिडोर मार्च 2026 तक पूरी तरह बनकर तैयार होगा।
गोल्डन लाइन पर अब तक निर्मित सुरंग
1. एयरफोर्स लांचिंग शेफ्ट से मां आनंदमयी मार्ग के बीच- 2.670 किलोमीटर
2. छतरपुर से छतरपुर मंदिर के बीच पहली सुरंग- 865 मीटर
3. छतरपुर से छतरपुर मंदिर के बीच दूसरी सुरंग- 860 मीटर
4. छतरपुर से किशनगढ़ के बीच पहली सुरंग- 1.267 मीटर
5. छतरपुर से किशनगढ़ के बीच दूसरी सुरंग- 1.273 मीटर