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दिल्‍ली-एनसीआर में छाया स्मॉग, लोगों ने की आंखों में जलन की शिकायत; एक्सपर्ट बोले- अभी बंद कर दें मॉर्निंग वॉक

Delhi NCR Pollution 2022 दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। यह लोगों के स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। ऐसे एक्सपर्ट की ओर से लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।

By Jp YadavEdited By: Published: Fri, 28 Oct 2022 03:15 PM (IST)Updated: Fri, 28 Oct 2022 03:26 PM (IST)
दिल्ली के साथ एनसीआर के शहरों में छाया स्मॉग। फोटो जागरण

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है, जिसका असर दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण पर पड़ा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली का धुआं दिल्ली पहुंचने लगा है। इस बीच हवाओं के रुख में बदलाव जारी रहा तो नवंबर के पहले सप्ताह से ही दिल्ली की हवा दमघोंटू हो जाएगी।

पिछले सप्ताह से हालात खराब

दिवाली की रात फोड़ गए पटाखों के साथ पराली के धुएं ने दिल्ली-एनसीआर की हवा को और जहरीली बना दिया है। दिवाली के अगले दिन से ही दिल्ली और एनसीआर के सभी शहरों की हवा खराब श्रेणी में ही दर्ज की जा रही है। ज्यादातर शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के आसपास चल रहा है। बता दें कि पिछले 10 दिनों से वायु प्रदूषण की स्थिति खराब है।

400 के करीब पहुंचा वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)

ठंड की शुरुआत के साथ ही दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार बिगड़ती जा रही है। दिवाली के दिन से ही दिल्ली-एनसीआर की हवा बहुत खराब हो गई है। शुक्रवार को सुबह से वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में पहुंच गया। दोपहर होते-होते हालात बदतर हो गए। इसके साथ ही दिल्ली औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 345 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में माना जाता है।

दिल्ली के साथ गाजियाबाद की हवा बहुत खराब

दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक 440 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार सुबह से आसमान स्मॉग छाया हुआ है। घर और दफ्तरों में भी वायु प्रदूषण का असर देखने को मिल रहा है। लोगों ने आंखों में जलन, खासी के साथ गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है। 

दूसरे दिन भी गाजियाबाद देश में सबसे प्रदूषित शहर

गाजियाबाद देश में दूसरे दिन शुक्रवार को भी सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा। शुक्रवार सुबह गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 371 दर्ज किया गया। बृहस्पतिवार को गाजियाबाद का एक्यूआइ 373 दर्ज किया गया था। जिले में लोनी सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। यहां का एक्यूआइ 410 दर्ज किया गया। प्रदूषण बढ़ने से लोगों की आंखों में जलन होने लगी है। इससे लोग परेशान हैं। बृहस्पतिवार से हवा नहीं चल रही है। इससे जिले का प्रदूषण आगे नहीं जा रहा है।

नवंबर में दमघोंटू हो सकती है दिल्ली-एनसीआर की हवा

विशेषज्ञों के मुताबिक, मौसमी परिस्थितियां बदलते ही दिल्ली-एनसीआर की हवा बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की जाने लगी है। शुक्रवार सुबह गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 371 दर्ज किया गया, जबकि दिल्‍ली में एयर इंडेक्स 300 से ऊपर ही है। बताया जा रहा है कि उत्तर पश्चिमी हवा के साथ पराली का धुआं भी धीरे धीरे दिल्ली-एनसीआर पहुंच रहा है। इसके चलते नवंबर के पहले पखवाड़े में दिल्ली-एनसीआर की हवा दमघोंटू हो सकती है।

मार्निंग वॉक से करें परहेज

सांस रोग विशेषज्ञों का कहना है कि वायु प्रदूषण की स्थिति में मॉर्निंग वॉक करना खतरनाक साबित हो सकता है। मार्निंग वॉक के दौरान जहरीली हवा और धूल के महीने कण सांस के जरिये फेफड़ों में प्रवेश करते हैं। 

बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं 

वहीं, दिल्ली के सरिता विहार स्थित अपोलो अस्पताल से जुड़े किडनी रोग विशेषज्ञ डा. डीके अग्रवाल का कहना है कि वायु प्रदूषण की स्थिति में दिल के रोगी भी बचकर रहें। घर से बाहर निकले तो मास्क (संभव हो तो एन-95 मास्क) इस्तेमाल करें और जब तक हवा में सुधार नहीं हो तब तक मॉर्निंग वॉक से परहेज करें।


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