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Delhi Pollution: दिवाली की रात से पहले ही दिल्ली NCR की हवा जहरीली, खराब से भी खराब श्रेणी में पहुंचा AQI

Delhi Pollution दिवाली की रात से पहले ही दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली हो गई है। राजधानी और इससे सटे इलाकों में AQI खराब से भी खराब श्रेणी में पहुंच गया है। ऐसे में गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है।

By Pradeep Kumar ChauhanEdited By: Updated: Mon, 24 Oct 2022 07:48 AM (IST)
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Delhi Pollution: दिल्ली का AQI खराब से भी खराब श्रेणी में पहुंच गया है।

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Delhi Pollution: दिवाली की रात से पहले ही दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली हो गई है। राजधानी और इससे सटे इलाकों में AQI खराब से भी खराब श्रेणी में पहुंच गया है। ऐसे में गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। दरअसल, साफ हवा को लेकर सरकार की ओर से काफी प्रयास किया गया, लेकिन दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब हो गई है। हालांकि सफर इंडिया ने दिवाली से पहले ही आवाहेवा खराब होने का अनुमान जताया था।

सोमवार सुबह खराब श्रेणी में पहुंचा एक्यूआई

SAFAR के आकड़ों के मुताबिक दिल्ली विश्वविद्यालय इलाके में एक्यूआई सूचकांक 319 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी दर्ज किया गया है। कई स्थानों पर एक्यूआई 350 से भी ज्यादा पहुंच गया है। वहीं नोएडा में कई जगह पर एक्यूआई 309 दर्ज किया गया। जोकि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ 51 से 100 को ‘संतोषजनक’ 101 से 200 को ‘मध्यम’ 200 से 300 को ‘खराब’ 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। 

(Visuals from India Gate & Lodhi Road) pic.twitter.com/9ssB9ILezR— ANI (@ANI) October 24, 2022

रविवार शाम को सात सालों में सबसे कम एक्यूआई

दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार सुबह को बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है। पराली के प्रदूषण और पटाखों के जलाए जाने के कारण राजधानी दिल्ली जहरीली हो गई है। वहीं, रविवार शाम को शहर में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 259 दर्ज किया गया, जो दिवाली से पहले के सात वर्षों में सबसे कम है। हालांकि, रात में तापमान में गिरावट और हवा की गति के बीच प्रदूषण का स्तर बढ़ गया क्योंकि लोगों ने राजधानी के कई हिस्सों में पटाखे फोड़े। खेतों में पराली जलाए जाने से पराली के मामले बढ़कर 1,318 हो गई, जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक है।

2016 से 2022 के बीच दिल्ली का दीवाली से पहले दिन, दीवाली पर और अगले दिन का एयर इंडेक्स

दीवाली से पहले                                 दीवाली पर                 दीवाली के अगले दिन

3 नवंबर 2021-314                         4 नवंबर- 382             5 नवंबर- 462

12 नवंबर 2020- 296                     13 नवंबर- 414            14 नवंबर- 435

26 अक्टूबर 2019- 287                   27 अक्टूबर- 337          28 अक्टूबर- 368

6 नवंबर 2018- 338                      7 नवंबर- 281                 8 नवंबर- 390

18 अक्टूबर 2017- 302                  19 अक्टूबर- 319         20 अक्टूबर- 431

29 अक्टूबर 2016-404                 30 अक्टूबर- 431         31 अक्टूबर- 445

स्थिति सुधारने के लिए 15 दिन पहले ग्रेप लागू 

मौसम विज्ञानी और सीएक्यूएम की ग्रेप उप समिति के सदस्य वीके सोनी ने बताया कि इस साल 15 दिन पहले ही ग्रेप लागू करना और समय पूर्व ही ग्रेप का पहला एवं दूसरा चरण लागू कर देने का असर नजर आ रहा है। समय रहते प्रयास हुआ तो प्रदूषण भी कम ही बढ़ा। पराली का धुआं भी अभी अधिकतम पांच प्रतिशत तक आ पाया है। तापमान में भी बहुत ज्यादा गिरावट नहीं हुई है। इन्हीं सब वजहों से इस साल स्थिति नियंत्रण में है।

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