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'मुझे बधाई न दें, आज मैं बेहद दुखी हूं...', मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद पहली बार बोलीं आतिशी

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। आतिशी अरविंद केजरीवाल की करीबी सहयोगी हैं। मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद उन्होंने अपना पहला रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने पर मुझे कोई बधाई न दे। यह दुख का समय है कि अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।

By Jagran News Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 17 Sep 2024 01:42 PM (IST)
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मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद आतिशी ने प्रेसवार्ता की। फोटो- सोशल मीडिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आज दिल्ली को नया मुख्यमंत्री मिल गया है। आप विधायकों की बैठक में आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना गया है।

मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद आतिशी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने पर कोई उन्हें बधाई न दे। यह दुख की घड़ी है कि अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा है।

गुरु केजरीवाल ने दी बड़ी जिम्मेदारी

उन्होंने कहा, " मेरे गुरु अरविंद केजरीवाल ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है। उन्होंने मुझ पर भरोसा करके जिम्मेदारी दी है। यह सिर्फ आम आदमी पार्टी में हो सकता है। मैं एक सामान्य परिवार से आती हूं। अरविंद केजरीवाल ने मुझे विधायक बनाया और फिर मुझे मंत्री बनाया। इसके बाद आज दिल्ली का मुख्यमंत्री बना दिया।"

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केजरीवाल फिर बनेंगे सीएम 

आतिशी ने कहा, "केजरीवाल के मार्गदर्शन में सरकार चलाऊंगी। केजरीवाल की गिरफ्तारी गलत है। बीजेपी ने ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर उन्हें आबकारी मामले में फंसाया। दिल्लीवाले अरविंद केजरीवाल को ही मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। दिल्ली में जल्द चुनाव होंगे और लोग केजरीवाल को फिर से जिताएंगे।"

भाजपा ने केजरीवाल पर लगाए झूठे आरोप

उन्होंने कहा, "भाजपा ने पिछले दो साल में अरविंद केजरीवाल को परेशान करने के लिए षड्यंत्र रचा। भाजपा ने केजरीवाल पर झूठे भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। अपनी एजेंसी ईडी-सीबाआई को केजरीवाल के पीछे लगा दिया। वह करीब छह महीने तक जेल में रहे। सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ उनको जमानत नहीं दी बल्कि अदालत ने केंद्र सरकार और एजेंसियों के चेहरे पर तमाचा मारा। अगर केजरीवाल की जगह कोई और नेता होता तो इस्तीफा दे देता, लेकिन केजरीवाल ने ऐसा नहीं किया।"

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