Delhi News: फिलहाल कुछ और दिन दिल्लीवासियों को करना होगा लोकल ट्रेन के लिए इंतजार
कोरोना के बीच आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। दिल्ली सहित एनसीआर के अन्य शहरों में लगभग सभी कार्यालय और औद्योगिक इकाइयों में काम शुरू हो गए हैं। लोकल ट्रेनों का परिचालन अभी तक शुरू नहीं हुआ है लोगों को अपने कार्य स्थल तक पहुंचने में दिक्कत होती है।
संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। दिल्ली सहित एनसीआर के अन्य शहरों में लगभग सभी कार्यालय और औद्योगिक इकाइयों में काम शुरू हो गए हैं। लोकल ट्रेनों का परिचालन अभी तक शुरू नहीं हुआ है जिससे दूसरे शहरों के लोगों को अपने कार्य स्थल तक पहुंचने में दिक्कत होती है। मुंबई में लोकल ट्रेनों का परिचालन शुरू होने से यहां के दैनिक यात्रियों को भी उम्मीद जगी थी, लेकिन फिलहाल उन्हें और इंतजार करना होगा।
दैनिक यात्रियों को हो रही है परेशानी
कोरोना संक्रमण के कारण मार्च के अंतिम सप्ताह में ट्रेनों की आवजाही बंद कर दी गई थी। लाकडाउन में सभी बाजार व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हो गए थे। सरकारी-निजी कार्यालय में भी कर्मचारियों की संख्या कम कर दी गई थी। उस समय लोकल ट्रेनें बंद होने से लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई, लेकिन अब सभी बाजार खुल गए हैं और कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या बढ़ गई है।
इस स्थिति में दूर से आने वाले कर्मचारियों व कारोबारियों को दिक्कत हो रही है। उनका कहना है कि मुंबई में लोकल ट्रेनें चल सकती हैं तो दिल्ली के यात्रियों को इससे क्यों वंचित रखा जा रहा है। मेट्रो का भी परिचालन शुरू हो गया है। रेल प्रशासन को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी दिशा निर्देश का पालन करते हुए दैनिक यात्रियों की परेशानी दूर करने के लिए लोकल ट्रेनों का परिचालन शुरू करना चाहिए।
दैनिक यात्री संघ पालम, दिल्ली-रेवाड़ी रूट के महासचिव बाल कृष्ण अमरसरिया का कहना है कि लोगों को अपने कार्य स्थल पर पहुंचने के लिए कई गुना ज्यादा किराया खर्च करना पड़ रहा है। कई लोगों की नौकरी भी चली गई है। लोकल ट्रेनें चलने से लोगों को अपने परिवार के भरण पोषण में आसानी होगी। इस संबंध में सात फरवरी को रेल मंत्री को पत्र भी लिखा गया है।
रेलवे बोर्ड की अनुमति का इंतजार
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल का कहना है कि दिल्ली सहित अन्य मंडलों से लोकल ट्रेनें चलाने की मांग हो रही है। इस पर विचार भी हो रहा है। रेलवे बोर्ड की अनुमति का इंतजार है। कोरोना संक्रमण की वजह से इस समय सिर्फ विशेष ट्रेनें चल रही हैं और आरक्षित टिकट वाले यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति मिलती है। सभी लोकल ट्रेनें अनारक्षित कोच वाली हैं, इस वजह से इन्हें चलाने में दिक्कत है।
लाखों यात्री करते थे सफर
दिल्ली से अलग-अलग रूट पर ढाई सौ से ज्यादा लोकल ट्रेनें चलती थीं। इनमें इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (ईएमयू), मेन लाइन इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (एमईएमयू) और पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। इन ट्रेनों से अलीगढ़, मथुरा, कुरुक्षेत्र, करनाल, रोहतक सहित अन्य शहरों से लाखों लोग दिल्ली-एनसीआर में काम करने पहुंचते थें। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण से पहले रोजाना पांच लाख से ज्यादा लोग लोकल ट्रेनों से सफर करते थे।
दिल्ली से प्रमुख रूट पर लोकल ट्रेनों की संख्याः-
- दिल्ली-सोनीपत-पानीपत-कुरुक्षेत्र- 23
- दिल्ली-फरीदाबाद-पलवल-46
- दिल्ली-गाजियाबाद-अलीगढ़-22 दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ-17 दिल्ली-शामली-22
- दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-24
- दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक-26