'चीन के एजेंडे को बढ़ावा नहीं देने देंगे...' NewsClick पर दिल्ली पुलिस की छापेमारी पर सत्ता और विपक्षी दलों में रार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चीनी फंडिंग के आरोपों में समाचार वेबसाइट न्यूजक्लिक के कई ठिकानों पर मंगलवार सुबह छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने कई पत्रकारों से पूछताछ की गई है और उनके मोबाइल लैपटॉप जैसे कई इलेक्ट्रोनिक उपकरण को जब्त कर लिया है।
एएनआई, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चीनी फंडिंग के आरोपों में समाचार वेबसाइट न्यूजक्लिक के कई ठिकानों पर मंगलवार सुबह छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने कई पत्रकारों से पूछताछ की गई है और उनके मोबाइल, लैपटॉप जैसे कई इलेक्ट्रोनिक उपकरण को जब्त कर लिया है।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सत्ता और विपक्षी दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है, जहां भाजपा इस एजेंसी की अपनी कार्रवाई बता रही है तो विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता छापेमारी की आलोचना कर केंद्र को दोषी ठहरा रहे हैं।
सरकार को चुकानी होगी इसकी कीमत
राजद नेता और राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने आरोप लगाया कि न्यूज़क्लिक के खिलाफ ये छापेमारी केंद्र के निर्देश पर की जा रही है। उन्होंने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है... आप उन्हें दिल्ली पुलिस क्यों कह रहे हैं... वह गृह मंत्री अमित शाह के अधीन हैं और उनकी सहमति के बिना कुछ भी नहीं होता है... जो लोग उनकी (भाजपा) 'भजन मंडली' में शामिल होने से इनकार करते हैं। उनके खिलाफ वह ऐसी कार्रवाई करते हैं... वे इन सब से क्या दिखाने की कोशिश कर रहे हैं... यह घटना इतिहास में लिखी जाएगी और सरकार के इस कदम की उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी।
#WATCH | Delhi: On Delhi Police conducting raids at different premises linked to NewsClick, RJD MP Manoj Jha says, "This is the most unfortunate thing... Why are you calling them Delhi Police... They are under HM Amit Shah and nothing takes place without his consent... Those who… pic.twitter.com/yFybG6K212
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पुलिस कार्रवाई को केंद्र की 'ध्यान भटकाने' की रणनीति बताते हुए कहा कि कल जब से बिहार के जाति जनगणना के चौंका देने वाले आंकड़े सामने आये हैं, पूरे देश में जाति जनगणना की मांग जोर पकड़ रही है। मोदी साहिब की नींद उड़ी हुई है। जब पाठ्यक्रम के बाहर का कोई सवाल खड़ा हो जाता है तो मोदी जी के पाठ्यक्रम का एक देखा भाला अस्त्र बाहर ले आया जाता है- मुद्दे से लोगों का ध्यान बंटाने का अस्त्र। आज सुबह से न्यूजक्लिक के योगदानकर्ता पत्रकारों के खिलाफ हो रही कार्यवाही इसी पाठ्यक्रम का हिस्सा है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, न्यूजक्लिक में योगदान देने वाले पत्रकारों पर सुबह-सुबह छापेमारी बिहार में जाति जनगणना के विस्फोटक निष्कर्षों और देश भर में जाति जनगणना की बढ़ती मांग से ध्यान भटकाने के रूप में सामने आई है। जब उनके सिलेबस से बाहर के प्रश्नों का सामना करना पड़ता है तो वह अपने अनुमानित पाठ्यक्रम में मौजूद एकमात्र काउंटर का सहारा लेते हैं।
छापे हारती हुई भाजपा की निशानी अखिलेश यादव
सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर केंद्र पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, छापे हारती हुई भाजपा की निशानी हैं। ये कोई नई बात नहीं है ईमानदार खबरनवीसों पर भाजपाई हुक्मरानों ने हमेशा डाले हैं छापे, लेकिन सरकारी प्रचार-प्रसार के नाम पर कितने करोड़ हर महीने ‘मित्र चैनलों’ को दिये जा रहे हैं ये भी तो कोई छापे!
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने न्यूज़क्लिक के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि अगर किसी ने कुछ किया है तो जांच एजेंसियां जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि मुझे कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है... अगर किसी ने कुछ भी गलत किया है तो खोज एजेंसियां निर्धारित दिशानिर्देशों के तहत उनके खिलाफ जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं।
चीन का एजेंडा चलाने की नहीं होगी अनुमति
भाजपा नेता आरपी सिंह ने कहा कि अगर कोई एजेंसी अपने पैसे का इस्तेमाल कर चीन का एजेंडा चलाती है तो इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उनके खिलाफ पहले से ही जांच चल रही थी। वे चीन के पैसे का इस्तेमाल चीन को बढ़ावा देने और भारत को बदनाम करने के लिए कर रहे हैं। उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले दिल्ली पुलिस न्यूज़क्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और लेखक परंजॉय गुहा ठाकुरता और उर्मिलेश को राष्ट्रीय राजधानी में विशेष सेल कार्यालयों में ले आई थी। लैपटॉप, मोबाइल, डायरी और अन्य जब्त सामान भी पुलिस स्पेशल सेल ले आई।
UAPA के तहत हो रही है कार्रवाई
बता दें कि पुलिस की यह छापेमारी 17 अगस्त को यूएपीए और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत दर्ज मामले पर की जा रही है, जिसमें यूएपीए और आईपीसी की 153ए (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और आईपीसी की 120 बी (आपराधिक साजिश) शामिल है।
इससे पहले 10 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि न्यूज़क्लिक एक वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा है जिसे अमेरिकी अरबपति नेविल रॉय सिंघम से फंडिंग मिलती है।
बता दें कि पुलिस अधिकारी आज न्यूज़क्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ, लेखक परंजॉय गुहा ठाकुरता और उर्मिलेश को राष्ट्रीय राजधानी में विशेष सेल कार्यालय ले आए हैं। वहीं, मुंबई में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और मुंबई पुलिस की टीमों ने कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के आवास पर तलाशी कर रही है।
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