Delhi Coaching Center Incident: आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत, UPSC छात्रों की मौत पर CBI की दलील
ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर में बाढ़ से हुई तीन छात्रों की मौत के मामले में सीबीआई ने आरोपपत्र दाखिल किया है। सीबीआई का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। बचाव पक्ष का दावा है कि आरोपपत्र अधूरा है। कोर्ट 29 अक्टूबर को फैसला सुनाएगा। 27 जुलाई को बेसमेंट में अचानक बारिश का पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Old Rajendra Nagar Coaching Centre: ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल (Rau IAS Study Circle) में बाढ़ से हुई तीन छात्रों की मौत के मामले में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सुबूत हैं। सीबीआई (CBI) ने राउज एवेन्यू स्थित प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष मामले में दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लेने का अनुरोध करते हुए ये दलील दी।
वहीं, बचाव पक्ष की ओर से पेश अधिवक्ता ने सीबीआई की दलीलों का विरोध करते हुए दावा किया कि आरोपपत्र अधूरा है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना को सीबीआई के आरोपपत्र पर संज्ञान लेने को लेकर 15 अक्टूबर को फैसला सुनाना था, लेकिन उन्होंने मंगलवार को दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद मामले पर फैसला 29 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया।
अब कोर्ट लेगी फैसला
अब अदालत 29 अक्टूबर को निर्णय लेगी कि ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तीन यूपीएससी अभ्यर्थियों (UPSC Aspirants Death) की मौत से संबंधित मामले में सीबीआई की ओर से दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लिया जाए या नहीं।इन लोगों को बनाया आरोपी
सीबीआई ने आरोपपत्र में छह लोगों को नामित किया था। राव के आईएएस सर्कल के सीईओ अभिषेक गुप्ता, कोचिंग समन्वयक देशपाल सिंह, और बेसमेंट के चार सह-मालिक - सरबजीत सिंह, परविंदर सिंह, तेजिंदर सिंह और हरिंदर सिंह शामिल हैं। इन सभी को गैर इरादतन हत्या, हत्या और आपराधिक साजिश की धाराओं में आरोपी बनाया गया है।
कार चालक का नाम नहीं
हालांकि, कार चालक मनुज कथूरिया के विरुद्ध कोई सुबूत नहीं मिलने के कारण उनका नाम नहीं लिया है। मनुज को गिरफ्तार करने पर हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस की खिंचाई भी की थी।इस तरह गई तीनों छात्रों की जान
ओल्ड राजेंद्र नगर के राव कोचिंग सेंटर में 27 जुलाई को शाम सात बजे लगभग बेसमेंट में अचानक बारिश का पानी भर गया था। कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी चल रही थी, जिसमें अनुमति सिर्फ स्टोर चलाने की थी। शनिवार को भारी बारिश की वजह इमारत में शीशे का गेट टूटने के कारण बेसमेंट में पानी चला गया।
बेसमेंट में 35 छात्र पढ़ रहे थे, इस दौरान तीन छात्रों को छोड़कर सभी बाहर आ गए। बेसमेंट में जाने के लिए कांच के दरवाजे में बायोमैट्रिक सिस्टम लगे होने के कारण छात्रों को अंगूठा लगाना पड़ता था। उसी दौरान शॉर्ट सर्किट हो जाने से बिजली भी चली गई। बिजली जाने की वजह से दरवाजे नहीं खुले और हादसे में दो छात्रा व एक छात्र अंदर फंसे रह गए, जिससे उनकी मौत हो गई।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।