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खालिस्तान समर्थक आतंकी पन्नू की धमकी के बाद दिल्ली में बढ़ाई सुरक्षा, एजेंसियों और स्पेशल सेल को अलर्ट रहने का निर्देश

छह दिसंबर को अयोध्या में गिराए गए विवादित ढांचे और 2001 के हमले की बरसी यानी 13 दिसंबर या उससे पहले दिल्ली में नए संसद भवन पर हमला करने की धमकी ने एक बार फिर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों व दिल्ली पुलिस की नींद उड़ाकर रख दी है। अमेरिका में छिपे प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थित आतंकी संगठन एसएफजे के हैंडलर गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने यह धमकी दी है।

By Rakesh Kumar SinghEdited By: GeetarjunUpdated: Tue, 05 Dec 2023 11:59 PM (IST)
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खालिस्तान समर्थक आतंकी पन्नू की धमकी के बाद दिल्ली में बढ़ाई सुरक्षा।
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। छह दिसंबर को अयोध्या में गिराए गए विवादित ढांचे और 2001 के हमले की बरसी यानी 13 दिसंबर या उससे पहले दिल्ली में नए संसद भवन पर हमला करने की धमकी ने एक बार फिर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों व दिल्ली पुलिस की नींद उड़ाकर रख दी है। अमेरिका में छिपे प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थित आतंकी संगठन एसएफजे के हैंडलर गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने यह धमकी दी है, जिसके बाद दिल्ली को हाई अलर्ट कर दिया गया है। स्पेशल सेल को खास तौर पर अलर्ट कर दिया गया है। नई दिल्ली जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के साथ एक पोस्टर जारी करते हुए पन्नू ने कहा है कि दिल्ली बनेगा खालिस्तान। धमकी में उसने कहा है कि उसकी प्रतिक्रिया संसद की नींव को हिला देगी। धमकी के बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां और दिल्ली पुलिस, सिख फार जस्टिस के कार्यकर्ताओं की ऐसी किसी भी कोशिश को विफल करने के लिए नई दिल्ली जिले और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

अमेरिका में भारत के राजदूत से हुई धक्कामुक्की

अमेरिकी एजेंसियों ने हाल ही में दावा किया था कि जून में भारतीय संबंध वाले हत्यारों द्वारा पन्नु पर हत्या के प्रयास को विफल कर दिया गया। इस घटनाक्रम के बाद खालिस्तान समर्थक तत्वों ने न्यूयार्क में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ धक्का-मुक्की की थी और उनपर अमेरिकी धरती पर पन्नु की हत्या की साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया था।

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुकत के साथ भी हुई धक्कामुक्की

यह घटना ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराई स्वामी के स्कॉटलैंड में ऐसी ही स्थिति का सामना करने के दो महीने के भीतर हुई थी, जहां उसे खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा स्कॉटलैंड में एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। वह घटना भी कनाडा द्वारा भारत पर एक अन्य आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाने को लेकर विवाद के बीच हुई थी।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि पन्नू पिछले दो वर्षों में भारत और विश्व स्तर पर इसकी स्थापना के खिलाफ आक्रामक रहा है। पिछले एक साल में कनाडा और ब्रिटेन में भारतीय मिशनों और वहां तैनात अधिकारियों पर खालिस्तानी समर्थकों द्वारा सिलसिलेवार हमले किए गए हैं।

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पन्नू ने ओटावा और अन्य जगहों पर मिशनों में तैनात शीर्ष राजनयिकों के नाम पर "किल पोस्टर" भी जारी किए थे। स्पेशल सेल द्वारा कुछ माह पूर्व गिरफ्तार किए गए सिख फार जस्टिस (एसएफजे) के सदस्यों से पूछताछ में पता चला कि पन्नू ने उसे दिल्ली हवाई अड्डे (Delhi Airport) पर खालिस्तान समर्थक नारे लगाने का निर्देश दिया था। उसने एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें 1985 में एयर इंडिया की फ्लाइट में बम विस्फोट दोहराने की धमकी दी गई थी।

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