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Delhi: वो दिन दूर नहीं जब POK पर होगा भारत का अधिकार... तिरंगा यात्रा में पाकिस्तान पर बरसे जनरल वीके सिंह

लालकिला रविवार को ऐतिहासिक आयोजन का गवाह बना। यहां इकट्टा हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों ने गुलाम जम्मू-कश्मीर को भारत में शामिल करने की जोरदार आवाज बुलंद की। कहा कि पाकिस्तान ने भारत के उस हिस्से पर कब्जा कर रखा है। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में अब वक्त आ गया है जब उस क्षेत्र को भी देश में शामिल कर अखंड जम्मू-कश्मीर के सपने को पूरा किया जाए।

By Nimish HemantEdited By: Nitin YadavUpdated: Sun, 01 Oct 2023 10:55 PM (IST)
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तिरंगा यात्रा में पाकिस्तान पर बरसे जनरल वीके सिंह
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लालकिला रविवार को ऐतिहासिक आयोजन का गवाह बना। यहां इकट्टा हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों ने गुलाम जम्मू-कश्मीर को भारत में शामिल करने की जोरदार आवाज बुलंद की। कहा कि, पाकिस्तान ने भारत के उस हिस्से पर कब्जा कर रखा है। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में अब वक्त आ गया है जब उस क्षेत्र को भी देश में शामिल कर अखंड जम्मू-कश्मीर के सपने को पूरा किया जाए।

सभा में तब्दील हुई यात्रा

वह मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) द्वारा आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल होने आए थे जो गुलाम जम्मू-कश्मीर के लोगों के समर्थन में चांदनी चौक क्षेत्र में निकाली गई थी। यह यात्रा लाल किले में सभा में तब्दील हुई, जहां उन्हें आश्वस्त करते हुए केंद्रीय मंत्री व पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने कहा कि गुलाम जम्मू-कश्मीर, हिंदुस्तान का अखंड हिस्सा है। वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान के कब्जे वाला वह क्षेत्र एक बार फिर भारत से जुड़ जाएगा।

VK Singh

तिरंगे से पटा चांदनी चौक और लालकिला

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को शुरू से यह डर सताता रहा है कि गुलाम जम्मू-कश्मीर में रहने वाले लोग भारत के कश्मीर में रहने वाले अपने रिश्तेदारों से जुड़ना चाहेंगे। इसलिए वह वहां के लोगों पर हमेशा जोर, ज्यादती करता रहता है।

उन्होंने इसके लिए अंग्रेजी सरकार तथा पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर अंग्रेजों ने षड्यंत्र न की होती और प्रधानमंत्री उनकी बातों में न आते तो वह हिस्सा भी भारत का ही होता। इस दौरान चांदनी चौक से लेकर लालकिला तक तिरंगों से पटा हुआ था तथा लोग गुलाम कश्मीर के लोगों के समर्थन में नारे लगा रहे थे।

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बलुचिस्तान और सिंध भी होगा भारत का हिस्सा

एमआरएम के मुख्य संरक्षक और संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने विश्वास जताते हुए कहा कि गुलाम जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि पाक की नापाक हरकतों, बदनियती और उसकी तेजी से चरमराती अर्थव्यवस्था के कारण जल्द ही बलुचिस्तान और सिंध भी भारत से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि एक ओर पाकिस्तान में जुल्म की हुकुमत है, दूसरी ओर अमन और चैन का मुल्क है। हिंदुस्तान का लोकतंत्र, स्थिर सरकार और यहां के लोागों में भाईचारा, अमन, शांति व तहजीब देखकर वहां के लोग हमसे जुड़ना चाहते हैं।

इस मौके पर इंद्रेश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी कार्यकुशलता की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारतीय कूटनीतिक सफलता जी-20 में साफ तौर पर दिखा। संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री सैफ बिन जायद अल नाहयान ने गुलाम जम्मू कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया है। उन्होंने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर एक वीडियो में एक नक्शा भी दिखाया था, जिसमें गुलाम जम्मू-कश्मीर और अक्साई चीन को भारत का हिस्सा दिखाया गया है और सच्चाई भी यही है।

एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद अख्तर ने कहा कि अनुच्छेद -370 और 35ए को हटाकर सरकार ने जता दिया कि जम्मू-कश्मीर और वहां के लोगों को वह अपने दिल में रखती और उनकी बेहतरी के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि आज देश ने ठान लिया है कि हमें हर कीमत पर गुलाम जम्मू- कश्मीर को अपने मुल्क में वापस लेना है।

दाने-दाने को मोहताज है पाक: मो. अफजाल

राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल ने कहा कि भारत में लोग एक दूसरे के धर्म और मजहबों की इज्जत करते हैं। वहीं, पाकिस्तान आज दाने-दाने के लिए मोहताज है।

इस मौके पर कश्मीर से आए डा. शमशुल हक ने कहा कि उधर हमारे ही रिश्तेदार हैं, जो गहरी समस्या और मुसीबत में हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि वह भी क्षेत्र साथ आए। इसके लिए अब आम कश्मीरी खड़ा हो रहा है और इसकी मांग तेज हो रही है। कुपवाड़ा के गुलाम रसूल ने कहा कि पाकिस्तान की स्थिति पूरे विश्व के सामने है। जबकि पिछले चार वर्षाें में घाटी की फिजा बदली है।

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