जी हां मुंबई नहीं दिल्ली ज्यादा डराती है, पढ़िए महिलाओं की सुरक्षा पर लोगों की राय
देश की राजधानी में रहने वाले लोग स्वयं को काफी अधिक महसूस करते हैं। हालत यह है कि मुम्बई के मुकाबले लोग दिल्ली को तीन गुना अधिक असुरक्षित मानते हैं।
By Edited By: Updated: Fri, 22 Feb 2019 07:25 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। देश की राजधानी में रहने वाले लोग स्वयं को काफी अधिक असुरक्षित महसूस करते हैं। हालत यह है कि मुंबई के मुकाबले लोग दिल्ली को तीन गुना अधिक असुरक्षित मानते हैं। आरटीआइ से राजधानी में अपराध में वृद्धि के मिले आंकड़े के बाद किए गए सर्वे के अनुसार मुंबई में रहने वाले 14 प्रतिशत लोग अपने को असुरक्षित मानते हैं, जबकि दिल्ली में रहने वाले करीब 40 प्रतिशत लोग अपने को असुरक्षित मानते हैं।
इसका सबसे बड़ा कारण लगातार बढ़ने वाली चोरी, दुष्कर्म और लूट आदि की घटनाएं हैं। प्रजा फाउंडेशन द्वारा डाली गई आरटीआइ में दिल्ली में हुए अपराधों के बारे में जानकारी जुटाने के बाद सर्वे कराया गया था। इस सर्वे की रिपोर्ट बृहस्पतिवार को जारी की गई।रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू सर्वे में यह बात सामने आई कि दिल्ली में रहने वाले 40 प्रतिशत लोग असुरक्षित महसूस करते हैं, जबकि मुंबई में रहने वाले मात्र 14 प्रतिशत लोग असुरक्षित महसूस करते हैं। आरटीआइ से जानकारी मिली थी कि 2017 के मुकाबले 2018 में दिल्ली में दुष्कर्म के मामलों में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
दिल्ली में हुए दुष्कर्म के मामलों में से 52 प्रतिशत मामले पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज किए गए। 50 प्रतिशत लोगों को लगता है कि दिल्ली में महिलाएं, बच्चे और वरिष्ठ नागरिक सुरक्षित नहीं हैं। दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था की हालत यह है कि 2017 के मुकाबले 2018 में चोरी के मामलों में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।वहीं अपहरण के 65 प्रतिशत मामले महिलाओं के साथ हुए थे। प्रजा फाउंडेशन के निदेशक मिलिंद महस्के ने बताया कि दिल्ली में अपराध लगातार बढ़ रहा है। यहां पुलिस बल की भी भारी कमी है। काफी पद ऐसे हैं, जो लंबे समय से रिक्त हैं। 68 प्रतिशत लोग पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं थे।
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