Delhi Crime: 31 साल बाद पकड़ा गया आरोपी, शादी का रिश्ता ठुकराने पर हत्या करके चल रहा था फरार
Delhi Crime News दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नरेला में हुई हत्या के आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी हत्या करके 31 साल से फरार चल रहा था। मामले में बाकी के आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके थे। यह आरोपी छिप-छिप कर रह रहा था। पुलिस को पता चला कि आरोपी दिल्ली में टीबी का इलाज कराने अस्पताल आता है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नरेला में एक व्यक्ति की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 31 साल बाद एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन एक आरोपी 31 साल तक पुलिस को चकमा दे रहा था और फरार था।
कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था। क्राइम ब्रांच कई महीने से इसके बारे में पता लगाने में जुटी हुई थी। आरोपी की पहचान यूपी के गांव भिदौरा के दयाराम के रूप में हुई है।
1993 में हुई थी हत्या
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त अमित गोयल के अनुसार, 18 सितंबर 1993 को नरेला निवासी बाबू लाल की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था। उसने बताया था कि उसके गांव के रहने वाले एक अन्य बाबू लाल, चुन्नी लाल और प्रेम नारायण ने उसके पिता शंभू दयाल से बहन सोमवती का रिश्ता मांगा था।
शादी को मना कर पर की हत्या
बाबू लाल और चुन्नी लाल अपने भतीजे से सोमवती की शादी करना चाहते थे। मना करने पर आरोपियों ने उसके पिता की हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने बाबू लाल को हत्या के फौरन बाद ही गिरफ्तार कर लिया था।
2013 में हुई एक और गिरफ्तारी
हत्या के बाद चुन्नी लाल, इसका भाई दयाराम और चुन्नी लाल का बेटा प्रेम नारायण फरार हो गए थे। अदालत ने तीनों को भगोड़ा भी घोषित कर दिया था। वर्ष 2013 में पहले चुन्नी लाल को पकड़ा गया।
बाकी फरार आरोपियों की तलाश के लिए इंस्पेक्टर मनमीत मलिक, एसआई विकास सोलंकी व अन्यों की टीम का गठन किया गया। इसके बाद जुलाई 2024 में प्रेम और अब उसके चाचा दयाराम को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
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टीबी के इलाज के लिए आता था दिल्ली
दयाराम कानपुर में छिपकर राजमिस्त्री का काम कर रहा था। छानबीन के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी टीबी के इलाज के लिए दिल्ली-महरौली स्थित अस्पताल आता है। यहां करीब 15 जाल बिछाने के बाद उसे दबोच लिया गया।