नेपाल में जीता गोल्ड मेडल... और एक गलती ने बना दिया हथियार तस्कर, दिल्ली पुलिस ने बदमाश से बरामद की 28 पिस्टल
उत्तरी जिला पुलिस द्वारा गत बुधवार को गिरफ्तार किया गया हथियार तस्कर एथलीट रहा है। वह भारतीय सेना की ब्वॉइज आर्मी का सदस्य रहा है। उसने नेपाल में हुई प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल भी जीता था लेकिन परिवार में हुई जमीन की लड़ाई के बाद में वह आपराधिक गिरोह में शामिल हो गया। एथलीट से हथियार तस्कर बने बदमाश बिंटू की कहानी किसी फिल्म की तरह है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी जिला पुलिस द्वारा गत बुधवार को गिरफ्तार किया गया हथियार तस्कर एथलीट रहा है। वह भारतीय सेना की ब्वॉइज आर्मी का सदस्य रहा है। उसने नेपाल में हुई प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल भी जीता था, लेकिन परिवार में हुई जमीन की लड़ाई के बाद में वह आपराधिक गिरोह में शामिल हो गया। एथलीट से हथियार तस्कर बने बदमाश बिंटू की कहानी किसी फिल्म के अच्छे से बुरे बनने के किरदार से कम नहीं है।
उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि जिले की नारकोटिक्स स्क्वाड के हवलदार रविंद्र ढाका को हथियार तस्करों के दिल्ली में आने की सूचना मिली थी। सूचना के अनुसार, चार अक्टूबर को हरियाणा के कुख्यात प्रदीप कासनी गिरोह का बदमाश भारी मात्रा में हथियार और कारतूस लेकर आने वाला था।
बिंटू के पास से मिलीं 28 पिस्टल
इसके बाद एसीपी धर्मेंद्र कुमार की देखरेख में गठित इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार की टीम ने मजनूं का टीला से बदमाश बिंटू को दबोच लिया। वह हरियाणा के भिवानी का रहने वाला है। उसके पास से पुलिस ने 28 पिस्टल और 148 कारतूस बरामद किए। पुलिस को देखकर हथियार लेने आया शख्स भाग निकला।
2017 में दौड़ में जीता गोल्त मेडल
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बिंटू अच्छा धावक था। ऐसे में उसे वर्ष 2017 में सेना ने अपनी योजना में शामिल कर लिया। वह उसी वर्ष नेपाल में आयोजित प्रतियोगिता में 800 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल विजेता बना। उसने पुरस्कार स्वरूप मिले 15 लाख रुपये अपनी प्रेमिका पर खर्च कर दिए।
फायरिंग की वजह से खत्म हुए एथलीट करियर
इस दौरान एक दिन बिंटू के ताऊ के परिवार ने जमीनी विवाद में उसकी मां की पिटाई कर दी। इसका बदला लेने के लिए उसने ताऊ के घर पर फायरिंग कर दी। इसके बाद आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की वजह से उसका एथलीट का करियर खत्म हो गया।
चूंकि, ताऊ का परिवार काला गिरोह से जुड़ा था, इसलिए बिंटू काला गिरोह के प्रतिद्वंद्वी प्रदीप कासनी गैंग से जुड़ गया। बिंटू पर हरियाणा में आर्म्स एक्ट के सात मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना ब्वॉइज आर्मी के नाम से योजना चलाती है। इसके तहत प्रतिभाशाली एथलीट को सेना अपनी निगरानी में प्रशिक्षण आदि देती है। भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा भारतीय सेना की इसी योजना में शामिल हैं।
ये भी पढ़ें- Delhi News : जामिया विश्वविद्यालय के कैंपस में आपस में भिड़े छात्र, होस्टल में हुई जमकर मारपीट