Delhi: वॉट्सऐप कॉल कर लोगों झांसे में लेते, फिर लाखों करा लेते ट्रांसफर; पुलिस ने गिरफ्तार किए छह आरोपी
दक्षिण-पश्चिम जिला के साइबर सेल थाना पुलिस ने छह साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों को वॉट्सऐप कॉल कर किसी बीमारी अथवा मुसीबत आदि में फंसे होने की फर्जी बातें बताकर लोगों को भावनात्मक रूम से ब्लैकमेल कर धोखाधड़ी करते थे। साथ ही ये लोग जालसाजों को कमीशन के आधार पर अपने बचत खाते भी उपलब्ध कराते थे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम जिला के साइबर सेल थाना पुलिस ने छह साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों को वॉट्सऐप कॉल कर किसी बीमारी अथवा मुसीबत आदि में फंसे होने की फर्जी बातें बताकर लोगों को भावनात्मक रूम से ब्लैकमेल कर धोखाधड़ी करते थे। साथ ही ये लोग जालसाजों को कमीशन के आधार पर अपने बचत खाते भी उपलब्ध कराते थे। इस सिंडिकेट से जुड़े चार अन्य आरोपितों का भी पता लगा लिया गया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
डीसीपी रोहित मीना के अनुसार, गिरफ्तार किए गए जालसाजों के नाम रौशन कुमार शुक्ला (बेतिया पश्चिमी चंपारण बिहार), शिवेंद्र कुमार (बेतिया पश्चिमी चंपारण), तुषार कर्मकार (पूवी सिंहभूम झारखंड), सागर कर्मकार (पूर्वी सिंहभूम झारखंड), राजू पात्रो (पूर्वी सिंहभूम झारखंड) और राहुल पात्रो (पूर्वी सिंहभूम झारखंड) है।
कनाडा का बताकर मांगे रुपये
हौज खास की रहने वाली रमीना बीर ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत कर बताया कि दो दिसंबर 2023 को उन्हें एक अज्ञात नंबर से वॉट्सऐप कॉल आया। कॉलर ने खुद को कनाडा का होने की बात बताते हुए कहा कि उसके दोस्त रौशन कुमार शुक्ला को कुछ पैसे की जरूरत है।
तीन लाख रुपये कराए ट्रांसफर
उसकी दादी मुंबई के अस्पताल में भर्ती हैं। उसने पैसे जल्द वापस कर देने का आश्वासन दिया। कुछ समय बाद शिकायतकर्ता को दूसरे वॉट्सऐप नंबर से कॉल आया। कॉलर ने अपना परिचय रौशन कुमार शुक्ला के रूप में दिया और बताया कि उसकी दादी अस्पताल में भर्ती हैं। उसने कुछ तस्वीरें भी भेजीं और शिकायतकर्ता से तीन लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए।
अब इस बहाने से मंगाए रुपये
अगले दिन तीन दिसंबर को कॉलर ने शिकायतकर्ता से पुनः संपर्क कर और पैसे की मांग करते हुए कहा कि उसकी दादी की हृदय की सर्जरी होनी है। जिस पर शिकायतकर्ता ने दोबारा पैसे ट्रांसफर कर दिया। दो बार पैसे मांगने पर शिकायतकर्ता को संदेह हुआ। जब उन्होंने जालसाजों के कॉल का जवाब देना बंद कर दिया तो जालसालों ने उन्हें पैसे ट्रांसफर करने की धमकी देनी शुरू कर दी।
प्रारंभिक जांच के बाद साइबर सेल थाना पुलिस ने धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान लाभार्थी खातों का विवरण प्राप्त किया गया। जांच से पता चला कि धोखाधड़ी की गई राशि रौशन कुमार शुक्ला के एक्सिस बैंक, इंडियन बैंक और फेडरल बैंक के खातों में स्थानांतरित की गई थी।
36 लाख रुपये ट्रांसफर किए
तुषार कर्मकार के बैंक स्टेटमेंट के विश्लेषण से पता चला कि तीन खातों में 36 लाख रुपये की राशि स्थानांतरित की गई थी। एसीपी देवेंद्र सिंह व इंस्पेक्टर विकास कुमार बुलडक की टीम ने छानबीन के बिहार और झारखंड में आरोपितों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की।
पहले एक्सिस खाताधारक रौशन कुमार शुक्ला को बेतिया से गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ के बाद अन्य को भी बिहार व झारखंड के अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया गया।