गर्भवती महिला को भस्म खिलाकर बताते थे कि लड़का है या लड़की, दिल्ली-सोनीपत पुलिस की टीम ने दो को दबोचा
भ्रूण लिंग जांच करने के मामले में दक्षिण-पश्चिमी जिले के नजफगढ़ एसडीएम कार्यालय के अधिकारियों ने हरियाणा के सोनीपत की टीम के साथ मिलकर दो आरोपितों को पकड़ा है। आरोपितों की पहचान कमलेश व बाबूलाल के रूप में हुई है। आरोपितों ने भ्रूण लिंग जांच के लिए शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपये लिए थे। नजफगढ़ थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आगे की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भ्रूण लिंग जांच करने के मामले में दक्षिण-पश्चिमी जिले के नजफगढ़ एसडीएम कार्यालय के अधिकारियों ने हरियाणा के सोनीपत की टीम के साथ मिलकर दो आरोपितों को पकड़ा है। आरोपितों की पहचान कमलेश व बाबूलाल के रूप में हुई है।
आरोपितों ने भ्रूण लिंग जांच के लिए शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपये लिए थे। नजफगढ़ थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आगे की जांच कर रही है।
दिल्ली-सोनीपत के अधिकारियों की छापेमारी
दक्षिण-पश्चिमी जिले के डीएम लक्ष्य सिंघल, एसडीएम नजफगढ़ ममता यादव की देखरेख व डीसी डॉ. मनोज और सिविल सर्जन डॉ. जय किशोर के मार्गदर्शन में टीम बनाई गई। टीम में नजफगढ़ से तहसीलदार विजय कुमार, सोनीपत से नोडल अधिकारी (पीएनडीटी) डॉ. सुमित कौशिक, डॉ. मोहित डबास और डॉ. सृष्टि और डॉ. समीर, सरजीत सांगा ने छापेमारी की।गर्भवती महिला के जरिए हुआ भंडाफोड़
अधिकारी ने बताया कि भ्रूण लिंग जांच करने वालों का भंडाफोड़ करने के लिए पहले एक गर्भवती महिला की पहचान की गई। उसने आरोपित से संपर्क किया। 50 हजार रुपये में भ्रूण लिंग जांच करने पर सहमति बनी। यह पैसे टीम ने महिला को दिए थे। कमलेश ने महिला को पहले घेवरा बुलाया गया व फिर नजफगढ़।इस दौरान कमलेश ने महिला से 25 हजार 500 रुपये ले लिए। वह बाहर जाकर बाबूलाल से एक भस्म लाया। भस्म उसने महिला को खिलाई और कांच के पारदर्शी बेलननुमा चीज की मदद से भ्रूण लिंग जांच कर बताया कि यह लड़का है।
इसके बाद इशारा मिलते ही टीम ने कमलेश को पकड़ लिया। उसके पास से पांच सौ रुपये मिले। उसने बताया कि 25 हजार रुपये उसने बाबूलाल को दिए हैं। कमलेश की निशानदेही पर बाबूलाल को भी पकड़ लिया गया।उसके पास से 25 हजार रुपये मिले। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।