सूनी गोद न भरने से टूट चुकी थी महिला, फिर उठाया हैरान करने वाला कदम; पति की मौत के बाद की थी दूसरी शादी
आरोपित महिला के पहले पति की मौत हो चुकी है। जिसके बाद उसने दूसरी शादी की। जांच में पता चला कि वह गर्भधारण नहीं कर पा रही है। जिसके बाद संतान की चाह में उसने यह कदम उठाया। पीड़ित महिला व उसके परिवार से वार्ड में जाकर पहले नजदीकी बढ़ाई। इस दौरान बच्ची को गोद में लेकर लाड-प्यार भी किया।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल से एक नवजात बच्ची के अपहरण मामले को सुलझाते हुए रोहिणी जिला पुलिस ने आरोपित महिला को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। बच्ची को सकुशल उसके माता-पिता को सौंप दिया।
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपित महिला किसी बीमारी के कारण गर्भधारण नहीं कर पा रही थी। वह संतान की चाह में बच्ची को अस्पताल से लेकर फरार हो गई। उत्तरी रोहिणी पुलिस ने अपहरण की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
अस्पताल से बच्ची लेकर फरार हो गई महिला
रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त गुर इकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि बीते तीन जनवरी को समयपुर बादली क्षेत्र में रहने वाली एक 19 वर्षीय पीड़ित महिला ने इस घटना की जानकारी दी। महिला ने पुलिस को बताया कि उनकी नवजात बच्ची को अंबेडकर अस्पताल के मातृ-शिशु वार्ड से एक अज्ञात महिला ने अपहरण कर लिया है।मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए रोहिणी उपायुक्त, उत्तरी रोहिणी एसएचओ बिजय सिंह व एसीपी रोहिणी की देखरेख में एक टीम गठित की गई। जिसमें इंस्पेक्टर (कानून व व्यवस्था) दीपक लोहचब, इंस्पेक्टर राम फूल,एसआई मनोज, हेड कॉन्स्टेबल संदीप, हेड कॉन्स्टेबल विश्वास, हेड कॉन्स्टेबल नितिन, कॉन्स्टेबल गोकुल, कॉन्स्टेबल गणेश व कॉन्स्टेबल रजनी शामिल रहे। टीम ने तुरंत अस्पताल के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने शुरू कर दिए।
500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले
इस दौरान एक सीसीटीवी फुटेज में एक महिला बच्ची को ले जाते हुए अस्पताल के वार्ड से निकलते हुए देखी गई। जिसके बाद पुलिस टीम ने एक के बाद एक 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। रोहिणी वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास एक सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को बच्ची को गोद में लेकर लाल रंग के ई-रिक्शा पर सवार होते देखा गया। पुलिस के लगातार प्रयासों से ई-रिक्शा के पंजीकरण नंबर का पता लगाया गया।ई-रिक्शा चालक ने बताया कि तीन दिसंबर की सुबह करीब 7:00 बजे उसने एक महिला को रोहिणी सेक्टर-15 स्थित ईएसआई अस्पताल के मुख्य द्वार के पास छोड़ा था। जिसके गोद में एक बच्ची भी थी। उसने रोहणी डीटीसी डिपो के सामने दो लोगों से बातचीत की थी। पुलिस टीम ने दोनों व्यक्तियों का पता लगाया, पता चला कि महिला ने काल करने के लिए उनके मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया है। जिसके बाद तकनीकी निगरानी के आधार पर मामले में 23 वर्षीय ममता (बदला हुआ नाम) को पकड़ लिया गया। उसके कब्जे से अपहृत बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
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