Delhi: पति-पत्नी का झगड़ा... बच्चियों की मौत, शमशान से निकलवा लिए नवजातों के शव और फिर...
Delhi Crime News राजधानी में स्तब्ध कर देने वाला मामला सामने आया है। तीन दिन की नवजात बच्चियों को मारकर दफनाने के मां के आरोप के बाद पुलिस ने श्मशान भूमि से शव के अवशेष बरामद किए हैं। महिला का कहना है कि उन्हें न तो बच्चियों की मौत की सूचना दी गई और न ही दफनाते समय बुलाया गया।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। राजधानी में स्तब्ध कर देने वाला मामला सामने आया है। तीन दिन की नवजात बच्चियों को मारकर दफनाने के मां के आरोप के बाद पुलिस ने श्मशान भूमि से शव के अवशेष बरामद किए हैं। महिला का कहना है कि उन्हें न तो बच्चियों की मौत की सूचना दी गई और न ही दफनाते समय बुलाया गया।
परिवार जुड़वा बच्चियों के जन्म से खुश नहीं था। पुलिस ने बाहरी दिल्ली के पूठकलां गांव के श्मशान घाट से शव के अवशेष निकाल कर अपने कब्जे में ले लिए हैं और जांच शुरू कर दी है। पुलिस को महिला के पति पर शक है, फिलहाल गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है।
महिला का ससुर गिरफ्तार
पुलिस ने यह मामला पोस्टमॉर्टम के बाद दर्ज किया है। पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। रविवार को पुलिस ने पूठकलां से महिला के ससुर को गिरफ्तार कर लिया।
दिया था जुड़वां बच्चियों को जन्म
हरियाणा के रोहतक जिले के इस्माइला गांव की पूजा की शादी दो साल पहले बाहरी दिल्ली के गांव पूठकलां के नीरज से हुई थी। बीते महीने 30 मई को रोहतक के सेक्टर-35 सनसिटी स्थित नांदल अस्पताल में जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। रोहतक के अर्बन इस्टेट थाने में पूजा के भाई जुगनू खत्री की ओर से दर्ज कराई गई डीडी रिपोर्ट में बताया गया है कि जन्म के वक्त नीरज भी मौजूद था।
खुश नहीं था परिवार
वह जुड़वा बच्चियों से जन्म से खुश नहीं था। एक जून को नीरज माता चांद कौर, पिता विजेंद्र सोलंकी व बहन के साथ अस्पताल पहुंचे। इसी दिन अस्पताल से छुट्टी के बाद इस्माइला गांव के रवानगी से पहले दोनों बच्चियों को सास चांद कौर को सौंप दिया।
श्मशान में दफनाने का चला पता
जुगनू खत्री के अनुसार, बच्चियां इस्माइला गांव नहीं पहुंची तो नीरज के पास फोन किया, लेकिन बार-बार प्रयास के बाद भी कॉल रिसीव नहीं की। दो जून को महिला ने पूठकलां गांव में अपने स्तर पर पता किया तो बच्चियों के दफनाने की बात पता लगी।
अकड़ा मिला दोनों का शरीर
जुगनू ने बताया कि उन्हें शक है कि बच्चियों को मारा गया है। दोनों बच्चियां रोहतक में पूरी तरह स्वस्थ थीं तो दिल्ली में अगले दिन उनके शरीर अकड़े मिले, ऐसा कैसे हो सकता है। इसके बाद महिला के स्वजन ने रोहतक पुलिस को शिकायत दी। अपनी शिकायत में बच्चियों की हत्या का आरोप लगाया है। रोहतक पुलिस ने यह कहते हुए शिकायत को दिल्ली पुलिस के पास भेज दिया कि घटनास्थल दिल्ली में है।
श्मशान घाट से निकाले अवशेष
बाहरी जिला पुलिस ने बताया कि तीन जून को डीडी के माध्यम से पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसमें पूठकलां के श्मशान घाट पर दो नवजात जुड़वा बच्चियों को दफनाने के बारे में सूचित किया गया। इसके बाद पांच जून को रोहिणी जोन के एसडीएम की अनुमति के बाद श्मशान घाट से जुड़वा बच्चियों के अवशेष निकाले गए।
संजय गांधी अस्पताल में वीडियोग्रॉफी के बीच पोस्टमॉर्टम कराया गया। पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, उसके बाद ही बच्चियों की मौत का सही कारण सामने आ पाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गत 21 जून को लिखित शिकायत और प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद गैर इरादत हत्या समेत विभिन्न धाराओं (304/315/498ए/201/34) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि 30 मई को को जन्मी जुड़वां बच्चियों को उनके पिता ने एक जून को गलत रास्ता दिखाकर रोहतक से पूठकलां गांव लाया था,जबकि मां को रोहतक में ही छोड़ दिया था। दो जून को बच्चियों की मृत्यु के बाद मां को बताए बिना उन्हें दफना दिया गया।
कब क्या हुआ
30 मई को रोहतक के नांदल अस्पताल में जुड़वां बच्चियों का जन्म हुआ।
1 जून को दोपहर बाद प्रसूता व बच्चियों को अस्पताल से छुट्टी मिली।
इसी दिन पूजा को रोहतक में छोड़कर बच्चियों को लेकर नीरज दिल्ली आ गया।
2 जून को बच्चियों की मौत के बाद पूठकलां श्मशान भूमि में दफनाया गया।
3 जून को पूजा के भाई ने रोहतक अर्बन इस्टेट थाने में शिकायत दर्ज कराई।
5 जून को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने पूठकलां श्मशान भूमि में दफनाई गई बच्चियों के शव को बाहर निकाला गया।
21 जून को सुल्तानपुरी पुलिस थाने में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ।