Delhi: नकली नोटों के सिंडिकेट का भंडाफोड़, स्कूटी से फेक कैश की करने आए सप्लाई; मास्टरमाइंड समेत तीन गिरफ्तार
Delhi Crime News दिल्ली पुलिस ने नकली नोटों के एक बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक मास्टरमाइंड है। आरोपियों के पास से 100 रुपये के 398900 रुपये के नकली नोट एक स्कूटी एक बाइक और नकली नोट छापने वाले प्रिंटर एवं अन्य रॉ मटेरियल बरामद किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मध्य जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने नकली नोटों के सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए नकली नोटों के दो आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। आरोपी इसकी सप्लाई करने यूपी से दिल्ली आए थे, तब ही इन्हें धर दबोच लिया गया।
इस मामले में पुलिस ने दोनों आपूर्तिकर्ताओं के अलावा नकली नोट छापने वाले मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों की पहचान मोहम्मद जुबैर उर्फ सोनू, फाजिल और मोहसिन के रूप में हुई है।
बुलंदशहर के रहने वाले आरोपी
ये सभी यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 100 रुपये के 3,98,900 रुपये के नकली नोट, एक स्कूटी, एक बाइक और नकली नोट छापने वाले प्रिंटर एवं अन्य रॉ मटेरियल बरामद किए हैं।
पहाड़गंज में होने थी नकली नोटों की डिलीवरी
मध्य जिले के उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने बताया कि स्पेशल स्टाफ पुलिस नकली नोटों की आपूर्ति के सिंडिकेट के बारे में प्राप्त एक इनपुट पर काम कर रही थी। पुलिस को सिंडिकेट के एक अहम सदस्य के बारे में सूचना मिली, जिसमें सूत्रों ने बताया कि फाजिल नाम का एक युवक नकली नोटों की एक बड़ी खेप की डिलीवरी करने के लिए पहाड़गंज इलाके में इलाके में आने वाला है।
सुबह तड़के पुलिस ने बिछाया जाल
इस सूचना पर एसीपी ऑपरेशन सेल सुरेश खुगना की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के एसआई दीपक, ओमबीर त्यागी, एएसआई संजीव, नजीर, यजुवेंद्र की टीम का गठन किया गया। टीम ने सुबह लगभग 6:20 बजे गांधी मार्केट के गोल चक्कर के पास जाल बिछाया।
स्कूटी से पहुंचे दो युवकों को दबोचा
लगभग 6:40 बजे, दो युवा लड़के भूरे रंग की स्कूटी पर गांधी मार्केट की ओर आते दिखे और उन्होंने जाकिर हुसैन कॉलेज की ओर अपनी स्कूटी खड़ी कर दी। स्कूटर के पीछे बैठे लड़के के हाथ में ग्रे और आसमानी रंग का बैग था। टीम ने उन्हें पकड़ लिया बैग की तलाशी लेने पर उसमें से 100 रुपये के भारतीय नोटों के 40 बंडल बरामद हुए।
पूछताछ में क्या बोले आरोपी
नोटों की बारीकी से जांच करने पर पता चला कि ये नोट नकली थे। नकली नोटों के बरामद 40 बंडलों का कुल मूल्य 3,98,900 रुपये है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे नकली भारतीय नोटों की खरीद, बिक्री और आपूर्ति में लगे हुए थे।
उन्होंने बताया कि नकली नोट जुबैर नामक सदस्य से प्राप्त किए, जो सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है और बुलंदशहर का ही रहने वाला है। इसके बाद मुख्य मास्टरमाइंड मोहम्मद जुबैर उर्फ सोनू को बुलंदशहर के फैसलाबाद की फूल वाली गली से गिरफ्तार कर लिया गया।
ये भी पढ़ें- दो पुरुष और 10 लड़कियां..., एक फ्लैट से जब सभी हुए गिरफ्तार तो दिल्ली पुलिस को मिले खतरनाक सुराग
जेल में बंद असलम ने नोट छापना सिखाया
जुबैर ने पूछताछ में बताया कि गब्बर ने उसकी मुलाकात असलम से करवाई थी, जो इस वक्त जाली नोटों के मामले में जेल में बंद है। असलम ने ही उसे नकली नोट बनाना सिखाया था और उसे नकली नोट बनाने के लिए प्रिंटिंग मशीन आदि मुहैया करवाया था। इसके लिए उसने असलम को 30 हजार रुपये दिए थे।
शुरुआत में खुद के खर्चे के लिए छापता नोट
शुरुआत में वह अपने घर के खर्चों के लिए 5 हजार, 10 हजार की छोटी मात्रा में नोटों को छापता था और खुद ही बाजारों में उसे चलाता था, लेकिन जब उसके खर्चे बढ़ गए तो उसने बड़ी मात्रा में नकली नोट छापना शुरू कर दिया।
सिंडिकेट के बारे में पता लगा रही पुलिस
उसने बताया कि असलम इस जाली नोटों के कारोबार का किंगपिन है। जांच में जुबैर पर हापुड़ नगर, यूपी में भी उसके खिलाफ जाली नोट का मामला दर्ज होने का पता चला। पुलिस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ कर रही है।