Kisan Tractor Rally Violence: हिंसा की आग भड़काने के लिए खरीदे गए थे भारी संख्या में ट्रैक्टर, हरियाणा व पंजाब में रची गई साजिश
Kisan Tractor Rally Violence पुलिस ने आरोप तत्र में बताया कि है कि नंवबर दिसंबर और जनवरी में पंजाब और हरियाणा में योजना बनाकर भारी संख्या ट्रैक्टर खरीदा गया था।पुलिस अभी फिलहाल यह पता लगा रही है कि इन ट्रैक्टरों की खरीद में पैसा कहां से आया।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Thu, 27 May 2021 08:05 PM (IST)
नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड से पहले नवंबर, दिसंबर और जनवरी में उपद्रवियों ने भारी संख्या में ट्रैक्टर खरीदे थे। और इन ट्रैक्टरों का इस्तेमाल ट्रैक्टर परेड के नाम पर हिंसा फैलाना था। दिल्ली पुलिस ने आरोप पत्र में बताया है कि हरियाणा और पंजाब में दिसंबर 2019 और दिसंबर 2020 में खरीदे गए ट्रैक्टर के आंकड़ों को देखा गया तो सामने आया कि दिसंबर 2019 के मुकाबले गत वर्ष दिसंबर में पंजाब में ट्रैक्टर की खरीद 94 फिसद और हरियाणा में 50 फिसद बढ़ गई है।
ऐसा ही आंकड़ा नवंबर और जनवरी माह का भी देखा गया। इन आकड़ों को जानने के लिए दिल्ली पुलिस ने पंजाब और हरियाणा राज्य के ट्रैक्टर और मशीनीकरण संघ को पत्र लिखा था। उससे मिली जानकारी से हैरान करने वाले तथ्य सामने आए हैं।पुलिस ने आरोप तत्र में बताया कि है कि नंवबर, दिसंबर और जनवरी में पंजाब और हरियाणा में योजना बनाकर भारी संख्या ट्रैक्टर खरीदा गया था।पुलिस अभी फिलहाल यह पता लगा रही है कि इन ट्रैक्टरों की खरीद में पैसा कहां से आया।
बैरिकेड तोड़ने और उत्पात मचाने के लिए खरीदे गए ट्रैक्टरआरोप पत्र में पुलिस ने बताया है कि किसान नेता ट्रैक्टर परेड से पहले कई वीडियो में यह कह रहे हैं कि ट्रैक्टर को पुलिस बैरिकेड तोड़ना है। ऐसे में इन ट्रैक्टर के आगे लोहे के मजबूत बंपर लगाएं।
आंकड़े खोल रहे साजिश की परतें पंजाबमाह बेचे गए ट्रैक्टर की संख्या माह बेचे गए ट्रैक्टर की संख्या फीसद में बढ़ोतरी
नवंबर 2019 1330 नवंबर 2020 1909 43.5 फीसद दिसंबर 2019 790 दिसंबर 2020 1535 94.3 फीसदजनवरी 2020 1534 जनवरी 2021 2840 85.1 फीसदहरियाण
माह बेचे गए ट्रैक्टर की संख्या माह बेचे गए ट्रैक्टर की संख्या फीसद में बढ़ोतरीनवंबर 2019 2408 नवंबर 2020 3174 31.5 फीसददिसंबर 2019 1538 दिसंबर 2020 2312 50.3 फीसदजनवरी 2020 2635 जनवरी 2021 3900 48 फीसद
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।