Gogamedi Murder Case: ठिकाना बदलते रहे शूटर, पुलिस करती रही पीछा; दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में ऐसे आए आरोपी
Sukhdev Singh Gogamedi जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (Rashtriya Rajput Karni Sena) के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी लगातार ठिकाना बदलते रहे और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच उनका लगातार पीछा करती रही। अंतत राजस्थान व दिल्ली पुलिस के बेहतर समन्वय व पेशेवर जांच से दोनों जल्द दबोच लिए गए।
By Rakesh Kumar SinghEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 10 Dec 2023 08:43 PM (IST)
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (Rashtriya Rajput Karni Sena) के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी लगातार ठिकाना बदलते रहे और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच उनका लगातार पीछा करती रही। अंतत: राजस्थान व दिल्ली पुलिस के बेहतर समन्वय व पेशेवर जांच से दोनों जल्द दबोच लिए गए।
हत्या के दौरान दोनों की तस्वीरें गोगामेड़ी की कोठी में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थीं। जयपुर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच फुटेज से दोनों की तस्वीरें निकाल त्वरित जांच शुरू कर दी थी। कुछ ही घंटे में पुलिस को घटनास्थल पर मारे गए गोगामोड़ी के करीबी नवीन शेखावत के फोन से शूटरों के नंबर भी मिल गए, लेकिन वे बंद मिले।
दोनों दिल्ली वाली बस में हो गए सवार
आगे की जांच से पता चला कि वारदात के बाद दोनों ने घटनास्थल से कुछ दूर जाकर टैक्सी ली और वहां से दोनों डीडवाना गए। वहां बस अड्डे में दोनों दिल्ली आने वाली एक बस में सवार हो गए थे।वहां भी दोनों की तस्वीरें कैद मिलीं, जिसके बाद राजस्थान क्राइम ब्रांच के एडीजी दिनेश एमएन ने तुरंत दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त, रवींद्र सिंह यादव को इसकी जानकारी साझा कर दी। दोनों बैचमेट हैं।
रात में दिल्ली की सीमा में पहुंची पुलिस
बस के नंबर की भी जानकारी दे दी गई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीमें पांच दिसंबर की रात दिल्ली की सीमा पर पहुंच गई। बस को रोक कर जांच की गई तो दोनों उसमें नहीं मिले। यात्रियों से पूछताछ से पता चला कि डीडवाना में सवार हुए दो युवक धारुहेड़ा में उतरे थे।हिसार रेलवे स्टेशन पर भी मिले
पुलिस टीम को धारुहेड़ा भेजा गया। वहां काफी जांच पड़ताल से पता चला कि दोनों रेवाड़ी रेलवे स्टेशन की तरफ गए हैं। वहां भी उनके सीसीटीवी फुटेज मिल गए। जांच करते हुए पुलिस जब हिसार रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तब दोनों वहां बाहर निकलते हुए दिखाई दिए, लेकिन उसके बाद पुलिस को जानकारी नहीं मिल रही थी वे वहां से किधर गए।
स्थानीय लोगों से पूछताछ व जयपुर पुलिस से संपर्क साधने पर हिसार में इनके करीबी उधम सिंह के बारे में जानकारी मिली। पुलिस जब उसके घर पहुंची तब उधम सिंह भी गायब मिला और उसका भी मोबाइल बंद मिला, जिसके बाद शक और गहरा गया। वहां पता चला कि वह हिमाचल प्रदेश गया है।ये भी पढ़ें- सामने आई सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की वजह, हत्यारों को थी इस बात से नाराजगी; आज गिरफ्तार हुए शूटर समेत तीन आरोपी
इसके बाद काइम ब्रांच की टीमें शिमला, मंडी, कुल्लू मनाली, कांगड़ा भेजी गईं। मनाली के एक होटल से पता चला कि तीनों युवक वहां से चंडीगढ़ की तरफ गए हैं। जिसके बाद एक टीम को वहां भेजा गया। शनिवार शाम तीनों ऑटो से सेक्टर-22 स्थित कमल रिसॉर्ट आकर फर्जी आईडी पर वहां ठहरे हुए थे। उधम सिंह ने बुकिंग के लिए अपना मोबाइल ऑन किया था। लोकेशन मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम ने वहां पहुंच तीनों को दबोच लिया।
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