दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को केंद्र दे सकता है नई जिम्मेदारी, आइबी निदेशक बनाने की चर्चा
1984 बैच के गुजरात कैडर के आइपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) निदेशक की नई जिम्मेदारी मिल सकती है। राकेश अस्थाना बेहतर अधिकारी माने जाते हैं। पहले भी दिल्ली पुलिस के कई आयुक्तों को और बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 21 Nov 2021 11:24 AM (IST)
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। 1984 बैच के गुजरात कैडर के आइपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) निदेशक की नई जिम्मेदारी मिल सकती है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डीजी पद से सेवानिवृत्त होने के तीन दिन पहले बीते 28 जुलाई को गृह मंत्रालय ने उन्हें दिल्ली पुलिस का आयुक्त बना नई जिम्मेदारी सौंपी थी। साथ ही उन्हें एक साल का सेवा विस्तार दिया था। दिल्ली पुलिस में उन्हें महज तीन माह ही हुए हैं और अब उनके आइबी में जाने की चर्चा है।
बीएसएफ से पहले अस्थाना सीबीआइ और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। आइबी में वर्तमान में 1984 बैच के ही असम-मेघालय कैडर के आइपीएस अधिकारी अरविंद कुमार निदेशक हैं। चर्चा है कि उन्हें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल का सलाहकार नियुक्त किया जा सकता है। अरविंद कुमार पहले आइबी में ही अतिरिक्त निदेशक थे। निदेशक बनने के बाद सेवानिवृत्ति से पहले पिछले साल उन्हें एक साल का सेवा विस्तार दिया गया था। सूत्रों की मानें तो उन्हें सेवा विस्तार दिए जाने के पीछे मकसद कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहा प्रदर्शन था। चूंकि, आइबी निदेशक खुद नियमित निगरानी कर रहे हैं। उनके सेवानिवृत्त हो जाने से असर पड़ सकता है।
राकेश अस्थाना आइबी इसलिए भी जाना चाह रहे हैं, क्योंकि हाल में सरकार द्वारा जारी नए नियम के मुताबिक रा, आइबी, सीबीआइ, ईडी व एनआइए में बेहतर काम करने पर इनके प्रमुख को पांच साल तक सेवा विस्तार दिया जा सकता है। सेवा विस्तार देना सरकार पर निर्भर करता है। दिल्ली पुलिस और अर्ध सैनिक बलों में बार-बार सेवा विस्तार नहीं दिया जा सकता है। अस्थाना बेहतर अधिकारी माने जाते हैं। बहुत कम समय में उन्होंने दिल्ली पुलिस में कई बड़े व बेहतर फैसले लिए।
पहले भी होती रही हैं इस तरह की तैनातीपहले भी दिल्ली पुलिस के कई आयुक्तों को और बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। अजय राज शर्मा को दिल्ली पुलिस आयुक्त के बाद सीमा सुरक्षा बल का डीजी बनाया गया था। कुछ साल पहले आलोक कुमार वर्मा को भी दिल्ली पुलिस आयुक्त के बाद सीबीआइ का निदेशक बनाया गया था।
कई अधिकारी जा सकते हैं मूल कैडर मेंकई आइपीएस अधिकारियों को उनके मूल कैडर में भेजे जाने की चर्चा है। 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आइपीएस सुनील बंसल जो वर्तमान में आइबी में स्पेशल डायरेक्टर हैं, उन्हें मूल कैडर में भेजकर ओडिशा का डीजी बनाया जा सकता है। 1988 बैच के सिक्किम कैडर के आइपीएस एनके मिश्रा वर्तमान में आइबी में स्पेशल डायरेक्टर हैं उन्हें भी मूल कैडर में भेजकर सिक्किम का डीजी बनाया जा सकता है।
यह भी पढ़ेंः Kisan Andolan: संयुक्त किसान मोर्चा के नेता ने बताया कब खत्म होगा किसान आंदोलन
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।