Delhi: कांस्टेबल ने खुद को मारी 3 गोलियां, पारिवारिक समस्या से परेशान होकर किया सुसाइड का प्रयास
दिल्ली पुलिस की फस्ट बटालियन में तैनात एक कांस्टेबल ने खुद को तीन गोलियां मार कर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। गोली चलने की आवाज से मौके पर पहुंचे लोगों ने कांस्टेबल को घायल अवस्था में इलाज के लिए मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों की टीम पुलिसकर्मी का ऑपरेशन कर रही है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की फस्ट बटालियन में तैनात एक कांस्टेबल ने खुद को तीन गोलियां मार कर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। गोली चलने की आवाज से मौके पर पहुंचे लोगों ने कांस्टेबल को घायल अवस्था में इलाज के लिए मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम सिपाही का ऑपरेशन कर रही है।
परिवारिक विवाद के चलते किया खुदकुशी का प्रयास
पुलिस के मुताबिक, शाहदरा पुलिस लाइन में तैनात पहली बटालियन के कांस्टेबल ने जीटीबी एन्क्लेव बैरक में रविवार को तड़के तीन बजे अपनी राइफल से खुद को गोली मार ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिसकर्मी ने खुद को सीने में तीन गोली मारी हैं।
खुदकुशी का प्रयास करने वाले पुलिसकर्मी के पास से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। डीसीपी पीसीआर ने आनंद कुमार मिश्रा ने बताया कि मंदीप सिंह हरियाणा के भिवानी के रहने वाले हैं और वह दिल्ली में अकेले रहते हैं।
गंभीर हालत में पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम पुलिसकर्मी का ऑपरेशन कर रही है। शुरुआती जांच में पुलिसकर्मी के खुदकुशी करने के प्रयास के पीछे परिवारिक विवाद बताया जा रहा है। बता दें कि मान सरोवर पार्क थाने में पहली बटालियन का बैरक है जहां पर मंदीप की शनिवार रात से सुबह तक ड्यूटी थी।
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खुद को तीन गोली मारने पर उठे सवाल
वहीं, पुलिसकर्मी द्वारा खुद को तीन गोलियां मारने के बाद कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि क्या कोई भी खुद को तीन गोलियां कैसे मार सकता है। क्योंकि राइफल से सीने में गोली मारने पर व्यक्ति को दो झटके लगेंगे। एक राइफल का फोर्स, दूसरी ओर जब गोली शरीर में फंसेगी तो क्या हथियार पर हाथों की पकड़ पहले के बराबर मजबूत रहेगी।
क्या कहते हैं जानकार
विशेषज्ञों का कहना है कि आज-कल हथियारों में ब्रस्ट फायर का बटन होता है जो कि ट्रिगर के ऊपर होता है। अगर कोई व्यक्ति उस बटन को सेट कर ट्रिगर दबाएगा तो जितनी देर ट्रिगर दबा रहेगा। इस दौरान मैगजीन में जितनी गोलियां होगी सब निकल जाएगी। हो सकता है कि मंदीप ने इसे तीन फायर होने तक दबाए रखा हो या मैगजीन में सिर्फ तीन ही गोलियां हो।
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