दाती महाराज के पाली आश्रम पहुंची क्राइम ब्रांच, मुख्य साध्वी व 44 युवतियों ने दिया ये जवाब
युवतियों का कहना है कि 9 जनवरी की रात हवन यज्ञ हुआ था। पूरी रात पीड़ित युवती उनके साथ ही थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने दाती के पाली स्थित निर्माणाधीन अस्पताल की भी छानबीन की।
नई दिल्ली [जेएनएन]। छतरपुर स्थित शनिधाम मंदिर के संस्थापक दाती महाराज (असली नाम मदन लाल) व उसके तीन सौतेले भाइयों के खिलाफ सुबूत के लिए क्राइम ब्रांच की टीम तीसरी बार राजस्थान के पाली स्थित दाती के आश्रम पहुंची और दो दिनों तक छानबीन की।
मुख्य साध्वी से हुई पूछताछ
पांच सदस्यीय टीम ने पीड़ित युवती के साथ 9 जनवरी 2016 को छतरपुर आश्रम में दाती के चरण सेवा (पैर दबाने) के लिए आई सभी 44 युवतियों के बयान दर्ज किए। इसके अलावा आश्रम अथवा गुरुकुल की मुख्य साध्वी श्रद्धा मां से भी पूछताछ की, उनके बयान दर्ज किए।
युवती के आरोप गलत
पीड़ित 25 वर्षीय युवती ने आरोप लगाया था कि पाली स्थित आश्रम में जब भी उसे दाती महाराज व उसके तीन भाइयों ने हवस का शिकार बनाया तब साध्वी ने उन्हें उक्त कार्य के लिए सहयोग किया। साध्वी ही उसे दाती व उसके भाइयों के पास किसी बहाने से भेजती थी। पूछताछ में साध्वी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि दाती व उसके भाइयों पर लगाए गए आरोप गलत हैं। आश्रम में रह रही 44 युवतियों ने भी बयान में पीड़ित युवती के आरोप को गलत ठहराया।
9 जनवरी की रात हवन यज्ञ हुआ था
युवतियों का कहना है कि 9 जनवरी की रात हवन यज्ञ हुआ था। पूरी रात पीड़ित युवती उनके साथ ही थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने दाती के पाली स्थित निर्माणाधीन अस्पताल की भी छानबीन की। फिर अजमेर जाकर पीड़ित युवती की कुछ खास सहेलियों से भी पूछताछ कर उनसे कुछ सुबूत जुटाने की कोशिश की।
नहीं मिले ठोस सुबूत
उल्लेखनीय है कि 11 जून से क्राइम ब्रांच की एक टीम लगातार दुष्कर्म प्रकरण की जांच कर रही है, लेकिन अबतक कोई ठोस सुबूत नहीं मिलने की वजह से आरोपी दाती व उसके तीनों भाइयों को क्राइम ब्रांच गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। क्राइम ब्रांच के अधिकारी का कहना है कि चारों को तभी गिरफ्तार किया जाएगा जब उनके खिलाफ सुबूत मिल जाएंगे।
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