दिल्ली पुलिस ने 13 वर्षीय लापता लड़की को तीन घंटे में खोजा, नए कपड़े न दिलाने से नाराज होकर छोड़ा था घर
Delhi News बच्ची छठ पर नए कपड़े न मिलने से नाराज होकर घर से चली गई थी। पुलिस ने तीन घंटे के भीतर ऑपरेशन मिलाप के तहत बच्ची को सुरक्षित खोजकर स्वजन से मिलाया। बच्ची ने पुलिस को बताया कि वह अपने पिता से नाराज होकर चली गई थी क्योंकि उन्होंने उसे छठ पर्व के लिए नए कपड़े नहीं दिलाए थे।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। छठ पर्व के मौके पर नए कपड़े न दिलाने से नाराज होकर 13 वर्षीय बच्ची घर छोड़कर कही चली गई था। माता-पिता आस-पास तलाश करके हार चुके थे। पुलिस से गुहार लगाई तो तीन घंटे के भीतर ऑपरेशन मिलाप के तहत बच्ची को सुरक्षित खोजकर स्वजन से मिलाया।
मामला आरके पुरम थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक शनिवार रात करीब नौ बजे उनके पास सूचना मिली कि अंबेडकर बस्ती छठ घाट से बच्ची लापता हो गई है।
पुलिस ने बच्ची को स्वजन को सौंपा
पिता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए टीम गठित की गई। घाट के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया। फुटेज में बच्ची ईस्ट ब्लॉक रोड, अंबेडकर बस्ती की ओर जाते दिखी। इस पर पुलिस ने सूचना मिलने के तीन घंटे के भीतर उसे उसके एक दोस्त के घर से ढूंढ निकाला। पूछताछ में बच्ची ने बताया कि वह अपने पिता से नाराज होकर चली गई थी। उन्होंने छठ पर्व के लिए उसे नए कपड़े नहीं दिलाए थे। पुलिस ने औपचारिकता पूरी कर बच्ची को स्वजन को सौंप दिया।राजधानी से लापता दो लड़कियों को किया बरामद
इससे पहले, क्राइम ब्रांच की मानव तस्करी निरोधक इकाई की टीम ने पंजाब और उत्तर प्रदेश से दो नाबालिग लापता लड़कियों को बरामद किया है। इस संबंध में थाना वेलकम और थाना ओखला औद्योगिक क्षेत्र में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे। क्राइम ब्रांच की टीमों ने एनसीआर, यूपी व पंजाब में छापेमारी करते हुए यूपी के बदायूं और पंजाब के लुधियाना से बरामद किया।क्राइम ब्रांच के उपायुक्त के मुताबिक, लापता लड़की का अपने माता-पिता से झगड़ा हुआ था और वह बिना बताए घर छोड़कर चली गई थी। इस संबंध में थाना ओखला औद्योगिक क्षेत्र में 17 अगस्त को मामला दर्ज किया गया था। स्थानीय पुलिस के प्रयास के बाद लड़की का पता नहीं चल सका। इसके बाद दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार मामला क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित कर दिया गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।