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100 करोड़ की ठगी मामले में चीनी नागरिक गिरफ्तार, खुले कई बड़े राज; पकड़ने के लिए गठित की गई थी टीम

Delhi News दिल्ली पुलिस ने निवेश के नाम धोखाधड़ी करने वाले चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि आरोपी को 100 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में दबोचा गया है। फिलहाल पुलिस आरोपी फेंग से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आरोपी के पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल को बरामद कर लिया है।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Tue, 19 Nov 2024 09:40 AM (IST)
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धोखाधड़ी के मामले में चीनी नागरिक गिरफ्तार। जागरण फोटो
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। शेयर बाजार में निवेश के बहाने लोगों से ठगी करने वाले चीनी नागरिक फेंग को शाहदरा जिले के साइबर सेल ने गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी कर चुका है।

अप्रैल में आया था भारत

फेंग चेनजिन अप्रैल 2020 में आंध्र प्रदेश में एक तियावानी कंपनी के लिए वर्क वीजा पर भारत आया था। आंध्र पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के समय उसका वीजा वैध था और पासपोर्ट और वीजा दोनों आंध्र पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। अब उसके पास कोई वैध वीजा नहीं है।

ऐसे दो मामलों में रहा शामिल

पुलिस के अनुसार, आरोपी फेंग चेनजिन पहले भी दो ऐसे ही मामलों में शामिल रहा है। तकनीकी और मैनुअल निगरानी के बाद आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। आईएमईआई नंबर 86269406720421 वाला मोबाइल फोन, जिसका इस्तेमाल आरोपी के कब्जे से लेनदेन को सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया था। जांच में पता चला कि धोखाधड़ी से जुड़े फिनकेयर बैंक खाते से जुड़ी 17 समान शिकायतों का एक व्यापक नेटवर्क है, जिसकी राशि 100 करोड़ रुपये से अधिक है।

शाहदरा साइबर पुलिस स्टेशन ने ठगी से जुड़े एक बड़े साइबर धोखाधड़ी मामले में एक चीनी नागरिक फेंग चेनजिन को गिरफ्तार किया है। यह धोखाधड़ी व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग घोटालों के माध्यम से की गई थी, जिसमें व्यक्तियों को निशाना बनाया गया था।

आरोपी के खिलाफ दर्ज की गई थी शिकायत

पुलिस के अनुसार, 24 जुलाई 2024 को सुरेश कोलीचियिल अच्युतन द्वारा साइबर अपराध पोर्टल पर एक शिकायत दर्ज की गई, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें धोखाधड़ी वाले शेयर बाजार प्रशिक्षण सत्रों में लालच दिया गया और बाद में कई लेन-देन में 43.5 लाख रुपये का निवेश करने के लिए धोखा दिया गया। इन निवेशों को धोखेबाजों द्वारा नियंत्रित कई बैंक खातों में निर्देशित किया गया था।

वहीं, इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, एसएचओ/साइबर इंस्पेक्टर मनीष कुमार व एसीपी/ऑप्स गुरदेव सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर राजीव, एचसी सज्जन कुमार और एचसी जावेद की एक विशेष टीम का गठन किया गया था ताकि आरोपियों को पकड़ा जा सके और पीड़ित को न्याय दिला सकें।

ऐसे हुए ठगी का खुलासा

बताया गया कि जांच के दौरान उन बैंक खातों का विवरण प्राप्त किया गया, जिनमें ठगी की गई राशि ट्रांसफर की गई थी और संदिग्ध मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल का विश्लेषण किया गया था। सभी संदिग्ध व्यक्तियों से जुड़े बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के संदर्भ में गहन जांच की गई। तकनीकी विश्लेषण और टीम के ईमानदार प्रयासों से धोखाधड़ी से जुड़े लिंक का पता चला।

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टीम ने सावधानीपूर्वक काम किया और कड़ी मेहनत से दिल्ली के मुंडका में स्थित महा लक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम से एक बैंक खाते में धनराशि का पता लगाया। 24 अप्रैल 2024 को 1.25 लाख रुपये की ठगी की गई। आगे की जांच में टीम को एक पंजीकृत मोबाइल फोन मिला, जिससे टीम फेंग चेनजिन तक पहुंची। दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में रहने वाले चीनी नागरिक फेंग चेनजिन को उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन और व्हाट्सएप चैट लॉग सहित सबूत बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया।

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उसके और एक सहयोगी के बीच व्हाट्सएप बातचीत से स्पष्ट रूप से पता चला कि वह घोटाले में इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर को रिचार्ज करने सहित धोखाधड़ी की गतिविधियों को निर्देशित कर रहा था। मामले की आगे की जांच जारी है।

बरामदगी

  • . अपराध करने में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन।
  • . व्हाट्सएप चैट जिसमें फेंग चेनजिन ने अपने सहयोगी को धोखाधड़ी में शामिल मोबाइल नंबर को रिचार्ज करने का निर्देश दिया।
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