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Delhi Coaching Center: नालों की सफाई की जिम्मेदारी किसकी? दिल्ली पुलिस का MCD को नोटिस; मांगे कई सवालों के जवाब

Delhi Coaching Center शनिवार शाम तेज वर्षा से सड़क पर करीब पांच फीट तक पानी भर गया था। तब कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में करीब 35 छात्र पढ़ रहे थे। शाम करीब सात बजे दरवाजा टूटने से बेसमेंट में पानी भर गया और तीन छात्रों की डूबकर मौत हो गई। इस घटना के बाद से सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे छात्रों में उबाल मचा हुआ है।

By Jagran News Edited By: Geetarjun Updated: Mon, 29 Jul 2024 06:50 PM (IST)
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राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबने से हुई थी तीन छात्रों की मौत।

एएनआई, नई दिल्ली। कोचिंग सेंटर में डूबकर तीन छात्रों की मौत मामले में दिल्ली पुलिस ने नगर निगम को नोटिस भेजा है। पुलिस ने मामले की जांच के लिए निगम से जानकारी मांगी है। पुलिस ने राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के पास नाले की सफाई की स्थिति के बारे में पूछा है।

पुलिस ने जानकारी मांगी है कि क्या कोचिंग संस्थान के खिलाफ नागरिक एजेंसी को कोई शिकायत दी गई थी या नहीं। अगर शिकायत दी गई थी, तो उन्होंने क्या कार्रवाई की।

पुलिस एमसीडी अधिकारियों से करेगी पूछताछ

पुलिस ने कहा कि एमसीडी के अधिकारियों से पूछ सकते हैं नालों की सफाई की जिम्मेदारी किसकी है। साथ ही राव कोचिंग सेंटर को बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाने की अनुमति किसने दी थी।

एमसीडी बारिश के पानी के नालों की सफाई के लिए जिम्मेदार है। आरोप लगाया गया है कि पुराने राजिंदर नगर इलाके में कोचिंग सेंटर के पास ड्रेनेज सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा था। इस वजह से भारी मात्रा में बारिश का पानी सड़क पर जमा हो गया और बेसमेंट में बह गया।

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वे नालों की सफाई और इलाके में किए गए निरीक्षणों की संख्या के बारे में भी एमसीडी से जानकारी मांगेंगे। पुलिस ने एमसीडी से उस जगह का अधिभोग प्रमाण पत्र भी मांगा है, जहां बेसमेंट के मालिक ने कथित तौर पर कहा था कि इसका इस्तेमाल पार्किंग और स्टोर के लिए किया जाएगा।

इस तरह गई तीनों छात्रों की जान

ओल्ड राजेंद्र नगर के राव कोचिंग सेंटर में शनिवार शाम सात बजे लगभग बेसमेंट में अचानक बारिश का पानी भर गया था। कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी चल रही थी, जिसमें अनुमति सिर्फ स्टोर चलाने की थी। शनिवार को भारी बारिश की वजह इमारत में शीशे का गेट टूटने के कारण बेसमेंट में पानी चला गया। गेट को नुकसान एक थार चालक की वजह से पहुंचा था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

बेसमेंट में 35 छात्र पढ़ रहे थे, इस दौरान तीन छात्रों को छोड़कर सभी बाहर आ गए। बेसमेंट में जाने के लिए कांच के दरवाजे में बायोमैट्रिक सिस्टम लगे होने के कारण छात्रों को अंगूठा लगाना पड़ता है। उसी दौरान शॉर्ट सर्किट हो जाने से बिजली भी चली गई। बिजली जाने की वजह से दरवाजे नहीं खुले और हादसे में दो छात्रा व एक छात्र अंदर फंसे रह गए, जिससे उनकी मौत हो गई।

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ये हैं तीनों छात्र

हादसे में मरने वाली एक छात्रा तान्या की पहचान उसी समय हो गई थी। वह मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी। उसके पिता तेलंगाना में इंजीनियर हैं। रविवार को दो अन्य की पहचान उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर की श्रेया यादव व केरल के एर्नाकुलम के नेविन डाल्विन के रूप में हुई। ये तीनों राजेंद्र नगर में ही अलग-अलग पीजी में रहते थे।

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