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शातिर गिरफ्तार: गिरोह को बेचता था फर्जी बैंक खाते, इसरार ने ठगे थे 26 लाख से ज्यादा; पूछताछ में खुले कई बड़े राज

Fraud Case दिल्ली पुलिस Delhi Police ने धोखाधड़ी करने वाले शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपित ने पूछताछ में कई राज खोले हैं। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपित जालसाजी करने वाले गिरोह को फर्जी बैंक खाते बेचता था। इस गिरोह के सदस्य ऑनलाइन निवेश के नाम पर लोगों से ठगी करते थे। पढ़िए गिरोह के सदस्य और कैसे-कैसे लोगों को अपना शिकार बनाते थे?

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Fri, 19 Jul 2024 03:38 PM (IST)
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दिल्ली पुलिस ने ठगी करने वाले आरोपित को गिरफ्तार किया है। सांकेतिक तस्वीर

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। Delhi Fraud Case दक्षिणी पश्चिमी जिला पुलिस ने ऑनलाइन निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के शातिर को गिरफ्तार किया है। वह जालसाजी करने वाले गिरोह को फर्जी बैंक खाते बेचता था। इसके खिलाफ गृह मंत्रालय के पोर्टल पर ठगी की शिकायतें दर्ज हैं।

पुलिस उपायुक्त रोहित मीना ने बताया कि आरोपित की पहचान उत्तर प्रदेश के अमरोहा स्थित गांव पंजू सराय निवासी इसरार अली के रूप में हुई है। इसरार द्वारा अपने गिरोह को उपलब्ध कराए गए बैंक खाते में ठगी के 26 लाख से ज्यादा रुपये की लेनदेन हुआ है। पुलिस ने शातिर के पास से मोबाइल, तीन एटीएम किट और चेक बुक बरामद की है। पुलिस पूछताछ में इसरार ने बताया कि वह अभी तक गिरोह को 12 से ज्यादा बैंक खाते दे चुका है।

निवेश के नाम पर ठगे थे 26 लाख से ज्यादा

साइबर थाना पुलिस को पालम गांव के साध नगर निवासी दीपक कुमार ने शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि एक युवती ने उनके पास कॉल करके घरेलू सहायिका के तौर पर काम करने की बात की थी। इसके कुछ देर बाद दीपक के पास एक अन्य नंबर से कॉल आई। उसने पीड़ित से कहा कि वह ऑनलाइन निवेश कराते हैं। इस पर भारी मुनाफा मिलता है।

इसके बाद पीड़ित ने कुछ पैसा निवेश कर दिए। फिर जालसाजों ने उन्हें मुनाफा भेजा। इस पर दीपक को भरोसा हो गया। उसने मोटी रकम का निवेश कर दिया। इसके बाद शातिरों ने उन्हें एक रुपया भी नहीं भेजा। तब जाकर उसे ठगी का पता चला। जालसाजों ने उससे करीब 26 लाख से ज्यादा रुपये ठग लिए।

नौकरी दिलाने के बहाने अपने दोस्त का खुलवाया था खाता

इस मामले में साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में पता चला कि ठगी की रकम कई खातों में ट्रांसफर की गई है। ढाई लाख रुपये नोएडा के सेक्टर-44 स्थित खजूर कॉलोनी निवासी मोहम्मद बिलाल के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके दोस्त इसरार अली ने नौकरी दिलाने की बात कहकर बैंक खाता खुलवाया था। आरोपित इसरार खाते की किट अपने साथ ले गया था। इसके बाद पुलिस ने इसरार को गिरफ्तार किया।

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15 हजार रुपये में बेचता था एक खाता

पूछताछ में इसरार ने बताया कि ठगी करने वाले गिरोह को 15 हजार रुपये में खाता बेचता था। वह जालसाजों से व्यक्तिगत रूप से कभी नहीं मिला। सिर्फ व्हाट्सएप पर ही बात होती थी। पुलिस गिरोह के शातिरों का भी पता लगाने में जुटी है। व्हाट्सएप नंबर के आधार पर उनके ठिकाने का पता लगाया जा रहा है।

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