Move to Jagran APP

फर्जी बैंक खाते बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दबोचे गए तीन शातिर ठग; क्रिप्टोकरेंसी में बदल देते थे ठगी का पैसा

Delhi Crime राजधानी दिल्ली में साइबर पुलिस ने ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के तीन जालसाजों को दबोचा है। पुलिस की जांच में पता चला कि इस गिरोह के सदस्य शेयर बाजार में निवेश कराने के बहाने लोगों से ठगी करते थे। गिरोह के शातिर ठग देशभर में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को फर्जी बैंक खाते बेचते थे।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Fri, 26 Jul 2024 05:20 PM (IST)
Hero Image
दिल्ली में पुलिस ने एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। Delhi Cyber Case दक्षिणी पश्चिमी जिले के साइबर थाने ने शेयर बाजार में निवेश कराने के बहाने ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है। शातिर देशभर में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को फर्जी बैंक खाते बेचते थे। इन खातों में ही पीड़ितों से ठगी रकम को ट्रांसफर किया जाता था।

पुलिस उपायुक्त रोहित मीना ने बताया कि आरोपितों की पहचान राजस्थान के बहरोड़ स्थित भाबरू निवासी विक्रम सिंह गुर्जर, जयपुर के कांठ गांव निवासी मुरलीधर जाट उर्फ कुंदन और राजस्थान के ब्यावर स्थित आशियान एक पर्ल आनंदा निवासी देवेंद्र सिंह शेखावत के रूप में हुई है। पुलिस ने इनसे छह मोबाइल, डेबिट कार्ड और दो बैंक चेक बुक बरामद की है। इनके खिलाफ विभिन्न राज्यों में 22 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हैं। इस तरह गिरोह ने देशभर के सैकड़ों लोगों से एक करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी की है।

महिपालपुर के व्यक्ति से ठगे थे 10 लाख से ज्यादा रुपये

10 जून को महिपालपुर निवासी कमल बाली ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उनका संपर्क व्हाट्सऐप के माध्यम से अमीलिया नामक एक विदेशी महिला से हुआ था। उसने खुद को एक निवेश फर्म की अधिकारी बताया। आरोपिता ने पीड़ित से कहा कि वह शेयर बाजार में निवेश पर मोटी रकम कमा सकते हैं। इस तरह आरोपितों ने निवेश के बहाने पीड़ित ने 10 लाख से ज्यादा रुपये की धोखाधड़ी कर ली थी।

बैंक खाते की जानकारी जुटाकर जालसाजों तक पहुंची पुलिस

पुलिस ने कमल की शिकायत पर केस दर्ज कर उन खातों की जानकारी जुटाई, जिनमें ठगी की रकम भेजी गई थी। पुलिस को पता चला कि करीब पांच लाख रुपये विक्रम सिंह गुर्जर के खाते में भेजे गए हैं। फिर इस खाते से महाराष्ट्र के एक बैंक खाते में पैसे भेजे गए। पुलिस ने आरोपित विक्रम सिंह गुर्जर को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया। वह यहां पर एक ट्रांसपोर्ट कार्यालय चला रहा था।

आरोपित ने बताया कि उसने अपने परिचित मुरलीधर जाट उर्फ कुंदन के कहने पर खाता खुलवाया था। पुलिस ने मुरलीधर को भी गिरफ्तार कर लिया। मुरलीधर ने बताया कि उसने संबंधित बैंक खाते को पूरी किट सहित देवेंद्र सिंह शेखावत बेच दिया था। तब पुलिस ने देवेंद्र को भी गिरफ्तार किया।

खाते में हुआ 75 लाख रुपये का लेनदेन

पुलिस जांच में सामने आया कि संबंधित बैंक खाते में करीब 75 लाख से ज्यादा रुपये का लेनदेन किया गया है। मुरलीधर जाट ने बताया कि वह देवेंद्र के साथ कमीशन के आधार पर काम कर रहा था। वह बैंक खाता ठगी करने वाले गिरोह को बेच देता था। आरोपित देवेंद्र शेखावत से पूछताछ में पता चला है कि उसने भी संबंधित खाते को बिहार निवासी राहुल को बेच दिया था। आरोपित को कमीशन के रूप में 10 से 12 लाख रुपये मिले थे।

यह भी पढ़ें- नौकरी के नाम पर विदेश गए नोएडा के 235 युवा फंसे, जबरन काम कराने के बदले हो रहा शोषण

क्रिप्टोकरेंसी में बदल देते थे ठगी का पैसा

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि जालसाज कमीशन का पैसा मिलने के बाद उसे क्रिप्टोकरेंसी में बदल देते थे। फिर इसे बेचकर दूसरे खाते में पैसे लेते थे। पुलिस आरोपित राहुल की भी तलाश कर रही है। आरोपित विक्रम सिंह गुर्जर आठवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है। मुरलीधर जाट 12वीं तक पढ़ा हुआ है। वह विक्रम सिंह की गाड़ी पर चालक है। देवेंद्र सिंह शेखावत बीकाम पास है। वह एक साल से फर्जीवाड़ा कर रहा है। एक ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाता है।

यह भी पढ़ें- मुंबई में शख्स का 'गजनी' जैसा अंजाम, शरीर पर गुदवाए थे दुश्मनों के नाम; आरोपियों ने बुलाया और कर दिया कत्ल

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।