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गिरोह का पर्दाफाश: खुले ठगी के बड़े राज, 10वीं पास शातिर ने उगला पूरा सच; मोबाइल पर लिंक भेजकर करते थे ठगी

Delhi Crime दिल्ली में पुलिस ने ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने पुलिस की पूछताछ में ठगी के बड़े राज खोले हैं। उसने बताया कि वे मोबाइल पर लिंक भेजकर ठगी करते थे। वहीं 10वीं पास आरोपित का पूरा सच जानकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए।

By Jagran News Edited By: Jagran News NetworkPublished: Thu, 27 Jun 2024 01:32 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jun 2024 01:32 PM (IST)
दिल्ली में पुलिस ने एक गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है। (सांकेतिक तस्वीर)

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी पश्चिमी जिला पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर एक जालसाज को ठगों के गढ़ झारखंड के जामताड़ा से गिरफ्तार किया है। गिरोह के शातिरों ने विभिन्न कंपनियों के फर्जी ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बनकर देशभर के लोगों से लाखों रुपये की ठगी की है।

पुलिस उपायुक्त रोहित मीना ने बताया कि शातिर की पहचान झारखंड के जामताड़ा स्थित गांव दक्षिणडीह निवासी अमरूल अंसारी के रूप में हुई है। पुलिस ने उससे ठगी में प्रयोग चार मोबाइल बरामद किए हैं।

पुलिस की रडार पर कई संदिग्ध

वहीं पुलिस गिरोह के अन्य शातिरों का पता लगा रही है। कई संदिग्ध पुलिस की रडार पर आ गए हैं। गिरोह ने देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों से लाखों रुपये की ठगी की है। पुलिस आरोपित के बैंक खातों की डिटेल भी खंगाल रही है।

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महिला को लिंक भेजकर ठगे से थे दो लाख रुपये

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आनंद निकेतन निवासी नीलम गुप्ता ने 19 मार्च को साइबर थाना पुलिस को आनलाइन शिकायत दी थी। पीड़िता ने बताया था कि उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया था।

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बताया कि कॉल करने वाले ने पीड़िता से कहा कि उनका डाक पार्सल किन्हीं वजहों से देरी से आएगा। आरोपित ने महिला से कहा कि उन्हें तीन रुपये का भुगतान करना होगा। इसके बाद आरोपित ने महिला के व्हाट्सऐप पर ग्राहक सहायता के लिए एक लिंक भेजा और इसके माध्यम से भुगतान करने के लिए कहा।

महिला ने की थी ये गलती

पीड़िता ने संबंधित लिंक पर अपने बैंक खाते से जुड़ी जानकारी दे दी। इसी बीच आरोपित ने उनके खाते से करीब दो लाख रुपये निकाल लिये। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद पीड़िता को पता चला। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

ठगी के गढ़ जामताड़ा में मिली शातिर की लोकेशन

पुलिस जांच के दौरान पता चला कि पीड़िता के दो लाख रुपये मुम्बई के सुले मार्ग स्थित मारिया सोसाइटी निवासी सौरभ त्रिपाठी के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। जब पुलिस ने आरोपित के मोबाइल की लोकेशन खंगाली तो पता चला कि वह झारखंड के जामताड़ा क्षेत्र की है। संबंधित नंबर अमरूल अंसारी के नाम पर जारी है।

इसके बाद आरोपित की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। विशेष टीम ने अमरूल को जामताड़ा से गिरफ्तार किया।

लिंक भेजकर व ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बनकर करते हैं ठगी

पुलिस पूछताछ में शातिर ने बताया कि उसका गिरोह फिशिंग लिंक के माध्यम से पीड़ितों को निशाना बनाता है। इसके अलावा बैंकों सहित विभिन्न कंपनियों के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बनकर ठगी करते हैं।

10वीं तक पढ़ा है आरोपित

आरोपित अधिकतर फर्जी बैंक खातों में ठगी के पैसे ट्रांसफर कराते हैं। अमरूल के खिलाफ ठगी के दो और मामले दर्ज हैं। वह 10वीं कक्षा तक पढ़ा है। इससे पहले एक मामले में जेल जा चुका है।


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