क्या PAK खुफिया एजेंसी ISI का NewsClick से है कनेक्शन? ऐसे हुई चीन से करोड़ों रुपये की फंडिंग
दिल्ली पुलिस की एफआईआर में न्यूजक्लिक को लेकर बड़ी बात सामने आई। चीनी साजिश से लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कनेक्शन का भी पता चला है। आरोप है कि न्यूजक्लिक ने चीनी कंपनियों से मिले करोड़ों रुपये का भारत की अंखड़ता संप्रभुता क्षेत्रीय अंखडता को बाधित करने में इस्तेमाल किया। कई चीनी मोबाइल निर्माता कंपनियां और इनसे जुड़ी अन्य फर्जी कंपनियों के जरिये पैसा न्यूजक्लिक तक पहुंचा।
By Dhananjai MishraEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Fri, 06 Oct 2023 09:31 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने के लिए चीनी कंपनियों के जरिये करोड़ों रुपये की फंडिंग लेने के मामले में मीडिया पोर्टल न्यूजक्लिक के कार्यालय और उससे जुड़े पत्रकारों के यहां मंगलवार को छापेमारी की थी। पुलिस ने न्यूजक्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ, एचआर हेड अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार भी किया है।
FIR में ISI के साथ कनेक्शन की बात
दिल्ली पुलिस ने न्यूजक्लिक के खिलाफ यूएपीए के तहत गत 17 अगस्त को एफआईआर दर्ज की है, उसमें चीनी साजिश से लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कनेक्शन का भी पता चला है। एफआईआर के मुताबिक, किसान आंदोलन, कोरोना महामारी से लेकर जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश तक के मामलों में भारत को बदनाम करने की साजिश रची गई।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
न्यूजक्लिक ने चीनी कंपनियों से मिले करोड़ों रुपये का भारत की अंखड़ता, संप्रभुता, क्षेत्रीय अंखडता को बाधित करने में इस्तेमाल किया। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए और आईपीसी धारा 153ए (दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और आपराधिक साजिश रचने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।पुलिस का कहना है कि अमेरिका स्थित वर्ल्डवाइड होल्डिंग्स एलएलसी से अप्रैल 2018 से पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड को अवैध तरीके से करोड़ों रुपये मिले। इसके लिए कई चीनी मोबाइल निर्माता कंपनियां और इनसे जुड़ी अन्य फर्जी कंपनियों के जरिये पैसा न्यूजक्लिक तक पहुंचा।
न्यूजक्लिक के शेयरधारक प्रबीर पुरकायस्थ, अमित सेनगुप्ता, दोराईस्वामी रघुनंदन, बप्पादित्य सिन्हा, गौतम नवलखा, गीता हरिहरन, अमित चक्रवर्ती और वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग एलएलसी हैं। पुलिस ने कहा है विदेशी फंड चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचार विभाग के सदस्य नेविल राय सिंघम ने वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स समेत कई संस्थाओं के जरिये उपलब्ध कराया।
गौतम नवलखा को लेकर भी यह बात
पुलिस ने एफआईआर में कहा कि यह पता चला है कि गौतम नवलखा जो पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड में वर्ष 2018 में इसकी स्थापना के बाद से शेयरधारक हैं, वह भारत विरोधी और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। जैसा कि सक्रिय रूप से प्रतिबंधित नक्सली संगठनों का समर्थन करना और गुलाम नबी फाई जो कि पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट है, उसके साथ साठगांठ रखते हैं।
यह भी पता चला कि गौतम नवलखा वर्ष 1991 से प्रबीर पुरकायस्थ के साथ जुड़े हुए हैं, जब उन्होंने सागरिक प्रोसेस एनालिस्ट प्राइवेट लिमिटेड का गठन किया था। एफआईआर में कहा गया है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली है कि प्रबीर पुरकायस्थ, नेविल राय सिंघम और इसकी पत्नी नेविल राय सिंघम के स्वामित्व वाली शंघाई स्थित कंपनी स्टारस्ट्रीम के कुछ अन्य चीनी कर्मचारियों ने मेल का आदान-प्रदान किया।
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