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दो मिनट का किस्सा...सात दिन की मेहनत, सोशल मीडिया में लोकप्रिय हो रहा दिल्ली पुलिस का पॉडकास्ट

दिल्ली पुलिस अपने सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर अक्सर सुर्खियां बटोरती है। लेकिन ताजा मामला दिल्ली पुलिस के पॉडकास्ट से जुड़ा है। दो मिनट 20 सेकेंड के ‘किस्सा खाकी का’ पॉडकास्ट को तैयार करने में सात दिन की मेहनत लगती है। इसके जरिये पुलिस टीम लोगों को रोचक कहानियां सुनाती है और जागरूक करती है। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने एक अलग सेल बनाया है।

By ajay rai Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 07 Jul 2024 08:21 AM (IST)
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‘किस्सा खाकी का’ पॉडकास्ट आज। फोटो- दिल्ली पुलिस

अजय राय, नई दिल्ली। अपने दमदार एक्स पोस्ट से लोगों का दिल जीतने वाली दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया में ‘किस्सा खाकी का’ पॉडकास्ट से नई पहचान बना ली है। महज ढाई साल पहले शुरू हुआ यह सिलसिला हर हफ्ते सोशल मीडिया में वायरल कर पुलिस के काम करने के तरीके से सबको रूबरू कराया गया है।

लगातार सोशल मीडिया में बढ़ रही फॉलोविंग के बीच दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस तरह से सोशल मीडिया पर सक्रिय वह देश की पहली पुलिस है। महज दो मिनट 20 सेकेंड के ‘किस्सा खाकी का’ पॉडकास्ट तैयार करने के लिए सात दिन की मेहनत होती है।

दिल्ली पुलिस मुख्यालय में स्टूडियो। फोटो- जागरण

पुलिसिया कार्य को सीमित शब्दों में पूरी कहानी खुद पुलिस वाले तैयार करते हैं। इसे अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक अलग सेल बनाया हुआ है। इस सेल में सात पुलिसवाले हैं, जिसमें एक इंस्पेक्टर, दो-दो सब इंस्पेक्टर, हवलदार व सिपाही शामिल हैं। इसमें तीन महिला सिपाही हैं।

30 जून तक 125 एपिसोड पूरे कर चुका है

पुलिस मुख्यालय में शानदार स्टूडियो के साथ तैयार टीम हर रविवार को इसे सोशल मीडिया पर साझा करती है, उससे पहले शनिवार को किस्से से संबंधित पोस्टर भी जारी करती है। 16 जनवरी, 2022 से शुरू हुआ ‘किस्सा खाकी का’ पॉडकास्ट इस वर्ष 30 जून तक 125 एपिसोड पूरे कर चुका है।

इस पर काम करने के लिए सभी 15 पुलिस जिले व यूनिट में एक एसआइ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। ये नोडल अधिकारी अपने जिले या यूनिट में किसी केस को सुलझाने या किसी अच्छे कार्य की कहानी तलाशते हैं और उसे लिखकर दिल्ली पुलिस के मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया मानिटरिंग सेल के प्रमुख इंस्पेक्टर रविकांत को भेजते हैं।

सभी जगह से कहानी मिलने के बाद सात लोगों की टीम इसकी छंटनी करने के बाद एक कहानी को चुनती है। इसके बाद यही लोग इसे अंतिम रूप देते हैं। इस कहानी को जेल सुधारक के रूप में प्रसिद्ध ‘वर्तिका नंदा’ अपनी आवाज देती हैं।

टी-20 विश्व कप को लेकर किया था पोस्ट

यही टीम उन एक्स पोस्ट को भी करती है, जिसे पढ़कर लोग रोमांचित हो जाते हैं। हाल ही में टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान पर भारत की जीत पर एक्स दिल्ली पुलिस का पोस्ट का वायरल हुआ था।

इसमें दिल्ली पुलिस ने मजाकिया अंदाज में न्यूयार्क पुलिस विभाग को टैग करते हुए लिखा था, ‘मैच खत्म होने के बाद उन्होंने केवल दो आवाजें सुनीं, एक ‘इंडिया...इंडिया!’ और दूसरी शायद टूटे हुए टेलीविजन की। क्या आप पुष्टि कर सकते हैं?’ ऐसे कई पोस्ट हैं जो खूब वायरल हुए और लोगों की वाहवाही मिली।

पहले पॉडकास्ट में सुनाई थी सिपाही की कहानी

इंस्पेक्टर रविकांत बताते हैं कि ‘किस्सा खाकी का’ के पहले पॉडकास्ट में सिपाही थान सिंह की कहानी सुनाई गई थी कि वे कैसे ड्यूटी के साथ गरीब बच्चों के लिए पाठशाला चलाते हैं, तब से यह सिलसिला चल रहा है।

रविकांत बताते हैं कि जब उन्हें ये जिम्मेदारी दी गई, तब उनके लिए सोशल मीडिया का मंच ऐसी दुनिया थी, जिससे वे समझने की जहमत नहीं उठाते थे, लेकिन टीम के लोगों और अपने बच्चों से इसकी बारीकियां सीखीं और पढ़ने-लिखने के अपने पुरानी शौक में जुट गए।

इसके अलावा, उन्होंने बताया कि एक्स पर पोस्ट को लेकर उनकी टीम उस दिन के टाप ट्रेडिंग को चेक करती है और फिर उससे जोड़ते हुए पोस्ट करती है। इसमें लोगों को गुदगुदाने के साथ सीख देने की कोशिश होती है। पूरी टीम मिलकर प्रतिदिन तीन से चार पोस्ट जरूर करती है।

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