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Bomb Threat: स्कूल में बम मिलने के वायरल हो रहे मैसेज झूठे, अफवाहों पर ध्यान न दें दिल्ली-NCR के अभिभावक

बुधवार को दिल्ली एनसीआर के 150 से ज्यादा स्कूलों में बम की धमकी भरे ईमेल मिलने के बाद पुलिस प्रशासन और अभिभावकों में अफरा-तफरी मच गई। इसे लेकर अभिभावकों और बच्चों में डर का माहौल है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने कहा कि स्कूलों में बम मिलने के झूठे मैसेज वायरल हो रहे हैं। अभिभावक इन अफवाहों पर ध्यान न दें।

By Jagran News Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 02 May 2024 10:33 AM (IST)
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Bomb Threat: स्कूल में बम मिलने के वायरल हो रहे मैसेज झूठे- दिल्ली पुलिस
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने व्हाट्सएप और अन्य चैट ग्रुपों पर द्वारका के एक स्कूल में बम मिलने के चल रहे संदेशों को झूठा बताया है। दिल्ली पुलिस ने लोगों को सावधान किया है और इस तरह के किसी भी संदेश पर ध्यान नहीं देने और आगे नहीं भेजने का आग्रह किया है।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसी भी स्कूल से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। दिल्ली पुलिस पीआरओ सुमन नलवा ने कहा है कि व्हाट्सएप और अन्य चैट ग्रुपों पर कुछ ऑडियो संदेश चलाए जा रहे हैं कि कुछ स्कूलों में कुछ संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं। ये संदेश झूठे हैं। इनमें कोई सच्चाई नहीं है। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि कृपया आगे बताएं कि ये झूठे संदेश हैं।

178 स्कूलों को मिली थी बम से उड़ाने की धमकी

उल्लेखनीय है कि बुधवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर के अभिभावकों के लिए दहशत भरी रही। राजधानी सहित एनसीआर के करीब 178 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी के ईमेल मिले।

इस पर स्थानीय थाना पुलिस, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वाड और फायर ब्रिगेड की टीम ने स्कूलों में पहुंचकर परिसर को खाली कराया और चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। घंटों की जांच के बाद कुछ न मिलने पर पुलिस ने राहत की सांस ली।

चुनाव के समय भी गौर कर रहीं एजेंसियां

पीटीआई के मुताबिक दिल्ली पुलिस की आतंकवाद रोधी इकाई ने जांच शुरू कर दी है, क्योंकि प्रारंभिक जांच में एक आतंकी समूह की गहरी साजिश का संकेत मिला है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है, इसलिए गहन जांच की जरूरत है।

बड़ी संख्या में धमकी भरे ईमेल भेजने का मुख्य एजेंडा कुछ आतंकी समूहों द्वारा दहशत पैदा करना और साइबर युद्ध छेड़ना है। समय के पहलू पर भी गौर कर रहे हैं, क्योंकि लोस चुनाव चल रहा है। एलजी वीके सक्सेना ने विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) रवींद्र सिंह यादव के साथ डीएवी पब्लिक स्कूल में जाकर हालात का जायजा लिया। केंद्रीय गृह सचिव को हालात की जानकारी दी।

स्कूल खुले, लेकिन रोजाना के मुकाबले कम बच्चे पहुंचे

स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद से अभिवावकों में डर का माहौल है। बड़ी संख्या में अभिवावक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं हैं। बृहस्पतिवार को स्कूलों में रोजाना के मुकाबले कम बच्चे पहुंचे।

खासकर गाजियाबाद में शालीमार गार्डन के दिल्ली कॉन्वेंट स्कूल, दशमेश स्कूल व चंद्र नगर के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल में कम बच्चे पहुंचे। अभिवावक अगले एक-दो दिन बच्चों को स्कूल भेजने के मूड में नहीं हैं।

वहीं, स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिवावकों से बच्चों को भेजने की अपील की गई है। अब किसी तरह का डर नहीं होने का हवाला दिया जा रहा है। स्कूलों द्वारा सावधानी बरतते हुए अभिभावकों को जांच के बाद ही अंदर भेजा जा रहा है। बाकी स्कूल भी निर्धारित समय पर खुले।

दो-चार दिन बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते अभिभावक

बम की धमकी मिलने के बाद से ही अभिभावकों में भय का माहौल है। कई अभिभावक बच्चों को स्कूल न भेजने की योजना बना रहे हैं। कान्वेंट स्कूल में पहुंचे अभिभावक सुरेश ने बताया कि मामला शांत होने के बाद दो-चार दिन बाद अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे। अभिभावक मोहिनी ने बताया कि बच्चे को अभी दो दिन स्कूल नहीं भेजूंगी।

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