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दिल्ली में फिर पकड़ी गई 2000 करोड़ की ड्रग्स, पहले जब्त हुई थी 5 हजार करोड़ की कोकेन

Delhi Crime दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल की है। गुरुवार को पुलिस ने 200 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की है जिसकी अनुमानित कीमत 2000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। यह कार्रवाई कुछ दिन पहले ही पांच हजार करोड़ कीमत की ड्रग्स पकड़े जाने के बाद की गई है। आगे विस्तार से पढ़िए पूरा मामला।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Thu, 10 Oct 2024 09:10 PM (IST)
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दिल्ली पुलिस ने दो हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Delhi Police दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली पुलिस ने फिर से 2000 करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कुछ दिन पहले ही पांच हजार करोड़ कीमत की ड्रग्स पकड़ी थी। 

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पिछले हफ्ते गिरफ्तार किए गए अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के छह सदस्यों से पूछताछ के आधार पर सेल की टीम ने बृहस्पतिवार शाम दिल्ली के रमेश नगर व यूपी के हापुड़ में दो जगहों पर एक साथ छापेमारी की। रमेश नगर स्थित एक छोटी सी दुकान से सेल ने करीब 2000 करोड़ रुपये मूल्य की 200 किलो कोकेन बरामद की है।

(कोकेने को नमकीन के पैकेट में छिपाकर रखी गई थी। जागरण फोटो)

पुलिस के अनुसार, उक्त कोकेने को नमकीन के पैकेट में छिपाकर रखी गई थी ताकि पुलिस को आसानी से चकमा दिया जा सके। दुबई में छिपे ड्रग्स माफिया वीरेंद्र बसोया के सिंडिकेट से जुड़े एक सदस्य ने इसी माह उक्त दुकान को किराये पर लिया था। पुलिस को जानकारी मिली है कि दो अक्टूबर को सिंडिकेट के कुछ सदस्यों के पकड़े जाने की जानकारी मिलते ही दुकान किराये पर लेने वाला शख्स देश छोड़कर विदेश भागने में कामयाब हो गया। उसके नाम व पते की जानकारी पुलिस को मिल गई है।

(नमकीन की पैकेट में छिपाई थी कोकेन। जागरण फोटो)

उधर, यूपी के हापुड़ में छापा मारकर स्पेशल सेल की दूसरी टीम ने अखलाक नाम के एक और तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है। वह हापुड़ का ही मूल निवासी है। उसके घर से कोकेन व किसी अन्य तरह की ड्रग्स बरामद नहीं हुई है।

डीसीपी अमित कौशिक का कहना है कि अखलाक उत्तर भारत में ड्रग्स के परिवहन में मदद करता था। उसे भी पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। अब तक इस सिंडिकेट के सात सदस्यों को स्पेशल सेल दिल्ली, अमृतसर व हापुड़ से गिरफ्तार कर चुकी है। इसके मुंबई के अलावा दुबई व इंग्लैंड के कनेक्शन आ चुके हैं।

बता दें कि दो अक्टूबर को स्पेशल सेल ने पहले दक्षिणी दिल्ली के महिपालपुर में एक गोदाम पर छापा मारकर वहां से पहले तुषार गोयल, हिमांशु कुमार, औरंगजेब सिद्दीकी व भरत कुमार जैन नाम के चार तस्कर को गिरफ्तार किया था। गोदाम से पुलिस ने 562 किलो कोकेन और 40 किलो थाईलैंड का गांजा बरामद किया था। उक्त ड्रग्स की कीमत पुलिस ने 5000 करोड़ से अधिक होने का दावा किया था।

वहीं, उसके अगले दिन सेल ने इस सिंडिकेट के एक और प्रमुख सदस्य जतिंदर सिंह गिल को अमृतसर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया था। वह पंजाब का रहने वाला है, लेकिन 25 साल से इंग्लैंड में रह रहा था। जांच एजेंसी को पता चला था कि जतिंदर सिंह गिल इंग्लैंड में रहकर इस पूरे सिंडिकेट को दुबई में रह रहे वीरेंद्र बसोया के निर्देश पर सुपरवाइज करने दिल्ली आया था। वह लगातार तुषार गोयल के संपर्क में था।

इस आपरेशन के लिए ही उसे कुछ माह पहले भारत भेजा गया था। गिल से पूछताछ के बाद सेल ने अमृतसर में उसके चाचा के घर से एक फॉर्च्यूनर भी बरामद की थी। कार से भी 10 करोड़ की कोकेन बरामद की गई थी। तुषार गोयल, वसंत एन्क्लेव, हिमांशु कुमार, हिंद विहार, प्रेम नगर, किरारी, औरंगजेब सिद्दीकी, छोटी रार, देवरिया, यूपी व भरत कुमार जैन, पश्चिम मुंबई का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए तस्करों से पूछताछ के आधार पर अभी कई राज्यों में छापेमारी जारी है।

स्पेशल ने पहले छह सदस्यों को किया था गिरफ्तार

केंद्रीय एजेंसियों के इनपुट पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक हैंडलर भी शामिल है। एजेंसियों ने इन सदस्यों से पूछताछ की कि विदेश से कोकेन कैसे और किस रूट से भारत लाया गया था।

गिरोह का मास्टरमाइंड है वीरू

पुलिस के अनुसार, गिरोह के मास्टरमाइंड वीरू के दुबई से कारोबार चलाने और मुंबई के भरत कुमार जैन के दिल्ली से पकड़े जाने पर यह शक था कि इनके तार मुंबई की डी कंपनी से भी जुड़े हो सकते हैं।

डीआरआई के अधिकारी भी करेंगे पूछताछ

दुबई को डी कंपनी का सेफ जोन माना जा रहा है, जहां वे अपने कारोबार को संचालित कर रहे हैं। डायरेक्टरेट आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) के अधिकारी भी इनसे पूछताछ करेंगे।

बता दें कि बीते गुरुवार को आईबी की टीम ने नार्को टेरर और दुबई कनेक्शन पर तुषार गोयल से लंबी पूछताछ की, क्योंकि वही लगातार दुबई में वीरू से संपर्क में था। यह पूछताछ आगे भी जारी रहेगी ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान की जा सके और उन्हें गिरफ्तार किया जा सके।

दिल्ली पुलिस को कैसे मिली थी सफलता

जब ड्रग्स के रूट को ट्रैक किया गया तो दिल्ली पुलिस ने तुरंत गिरोह के सदस्यों को पकड़ लिया था। उनके पास से करीब पांच हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई थी। जो दुबई के पास एक बंदरगाह के माध्यम से पनामा से गोवा लाई गई थी।

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बताया गया था कि पिछले कुछ हफ्तों में उस ड्रग्स की खेप उत्तर प्रदेश के हापुड़ व गाजियाबाद और फिर दिल्ली के महिपालपुर में लाई गई। जांच में थ्रीमा एक की आईडी दिल्ली की निकली, जो तुषार गोयल के एक फर्जी नाम से पंजीकृत थी। जैसे ही डिलीवरी करीब आई पुलिस टीम ने महिपालपुर के एक गोदाम के बाहर से तुषार गोयल व भरत कुमार जैन समेत चार तस्करों को दबोच लिया था।

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