धोखाधड़ी करने वाले फोन नंबरों की पहचान के लिए TrueCaller की मदद लेगी दिल्ली पुलिस, बनाया ये प्लान
दिल्ली पुलिस ने साइबर जालसाजी के मामलों पर रोक लगाने के लिए ट्रूकॉलर (Truecaller) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे अब पुलिस को धोखाधड़ी करने वाले फोन नंबरों की पहचान के लिए ट्रूकॉलर की मदद मिलेगी। (File Photo)
By AgencyEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Tue, 14 Mar 2023 01:24 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आयोजित समारोह में मंगलवार को डीसीपी व जनसंपर्क अधिकारी सुमन नलवा व ट्रूकालर की जनसंपर्क निदेशक प्रज्ञा मिश्रा के बीच समझौता ज्ञापन के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए गए और उनका आदान-प्रदान किया गया। इस मौके पर विशेष आयुक्त संजय सिंह भी उपस्थित थे।
एमओयू के अनुसार ट्रूकालर अपनी दिल्ली पुलिस डायरेक्ट्री सर्विसेज पर दिल्ली पुलिस के प्रतिनिधियों की आधिकारिक संख्या प्रदर्शित करेगा और सभी सत्यापित नंबरों पर एक हरा बैज और एक नीला टिक मार्क होगा, जिस पर एक सरकारी सेवा टैग हाइलाइट होगा। ट्रूकालर के साथ साझेदारी जनता को सत्यापित नंबरों की पहचान करने और उन्हें सरकारी अधिकारियों के नाम पर साइबर धोखाधड़ी से बचाने में मदद करेगी।
दिल्ली पुलिस नियमित रूप से फोन नंबरों की एक सूची साझा करेगी, जिसके खिलाफ उन्हें ट्रूकॉलर के साथ उत्पीड़न, घोटाले या उनके खिलाफ पंजीकृत मुद्दों के बारे में शिकायत मिलेगी ताकि नागरिकों की सुरक्षा के लिए उन्हें इस प्लेटफार्म पर धोखाधड़ी के रूप में चिह्नित किया जा सके और इन नंबरों के जारी रहने पर उन्हें सतर्क किया जा सके।
साइबर खतरों को विफल करने के लिए ट्रूकालर दिल्ली पुलिस के सहयोग से दिल्ली में नागरिकों को प्रशिक्षण देकर साइबर सुरक्षा जागरूकता उत्पन्न करेगा।इस अवसर पर संजय सिंह ने कहा कि साइबर जागरूकता फैलाना अनिवार्य हो गया है क्योंकि आजकल अधिक से अधिक लोग डिजिटल माध्यमों को अपना रहे हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।उल्लेखनीय है कि कोविड काल के दौरान भी ट्रूकॉलर ने पुलिस की काफी मदद की थी। हाल ही में पुलिस उपायुक्त (जनसंपर्क अधिकारी) सुमन नलवा ने बताया था कि कोविड महामारी के दौरान, कोविड काल में ट्रूकॉलर ने हमारी बहुत मदद की थी, क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसन्ट्रेटर्स, दवाएं और घातक वायरस के इलाज से जुड़े अन्य आवश्यक सामान बेचने के बहाने बहुत सारे घोटाले और धोखाधड़ी की सूचना मिली थी। इसलिए, हमारे अधिकारियों ने उन जालसाजों की संख्या की पहचान की और Truecaller को सतर्क किया, जिसने असत्यापित नंबरों को स्पैम के रूप में दर्शाया था।Delhi Police has signed MoU with Truecaller, a caller ID verification platform which helps the public identify verified numbers and distance themselves from cyber frauds and scams relating to impersonation in the name of government officials: Delhi Police
— ANI (@ANI) March 14, 2023