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न्यूजक्लिक मामले में चीनी नागरिकों को लेकर दिल्ली पुलिस का बड़ा फैसला, पुलिस चार्जशीट भी कर रही तैयार

समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ की लंबी प्रक्रिया खत्म करने के बाद आरोपपत्र तैयार करने में जुट गई है। बीते अक्टूबर में स्पेशल सेल न्यूजक्लिक के संस्थापक व प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ व एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार करने के बाद पोर्टल से जुड़े वर्तमान और पूर्व पत्रकारों समेत एचआर व अन्य कर्मियों से पूछताछ में जुटी हुई थी।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Geetarjun Updated: Sat, 20 Jan 2024 10:45 PM (IST)
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न्यूजक्लिक मामले में चीनी नागरिकों को लेकर दिल्ली पुलिस का बड़ा फैसला, पुलिस चार्जशीट भी कर रही तैयार

राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ की लंबी प्रक्रिया खत्म करने के बाद आरोपपत्र तैयार करने में जुट गई है। बीते अक्टूबर में स्पेशल सेल न्यूजक्लिक के संस्थापक व प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ व एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार करने के बाद पोर्टल से जुड़े वर्तमान और पूर्व पत्रकारों समेत एचआर व अन्य कर्मियों से पूछताछ में जुटी हुई थी।

करीब तीन माह के दौरान सेल पोर्टल के वर्तमान व पूर्व में कार्यरत 40 से अधिक वरिष्ठ उन पत्रकारों, कंपनी के अधिकारियों व कर्मियों से गहन पूछताछ कर चुकी है, जिन पर पुलिस को संदेश था। गौतम नवलखा से भी सेल गत दिनों मुंबई स्थित उनके आवास पर जाकर न्यूजक्लिक केस के संबंध में दो दिन पूछताछ की थी।

इसके बाद पूछताछ व जांच से सामने आए सुबूतों के आधार पर पुलिस मजबूत आरोपपत्र तैयार करने में जुट गई है। जल्द ही आरोपपत्र दायर कर दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक चार से पांच चीनी नागरिकों द्वारा अवैध फंडिंग कर भारत में न्यूजक्लिक के जरिए चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलवाने का पता चला है।

अमित चक्रवर्ती को पुलिस ने पुलिस ने इसलिए सरकारी गवाह बना लिया ताकि उनसे विदेश से मिलने वाले सभी तरह के वित्तीय लेनदेन व कंपनी की पालिसी आदि के बारे में हर तरह की जानकारी मिल सके।

सूत्रों के मुताबिक चीन से हुई अवैध फंडिंग व पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ कनेक्शन को लेकर ही स्पेशल सेल ने बीते दिनों गौतम नवलखा से पूछताछ करने मुंबई गई थी।

न्यूजक्लिक के पत्रकारों पर चीनी कंपनियों से पैसे लेकर उसके पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने का आरोप है। समाचार पोर्टल के मालिक, पोर्टल से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों व अन्य पर तीन तरफ से शिकंजा कसा जा रहा है। पहले ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत मामले की जांच शुरू की।

फिर स्पेशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारियां कीं। सीबीआइ विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के प्रावधानों का उल्लंघन करने के आरोप में समाचार पोर्टल कंपनी और उसके निदेशक सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

न्यूजक्लिक पर चीनी कंपनियों से अवैध तरीके से पैसे लेने का आरोप है। कंपनी ने बिना लाइसेंस के चीनी कंपनियों से करोड़ों रुपये लिए जो फारेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का उल्लंघन है। किसी भी भारतीय कंपनी को विदेश से फंड लेने के लिए पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय से लाइसेंस लेना होता है, जिसके लिए विस्तृत गाइडलाइन है।

न्यूजक्लिक पर केंद्र सरकार से बिना लाइसेंस लिए कई वर्षों से चीन से पैसे लेने का आरोप है। ईडी भी मनी लांड्रिंग के तहत मामले की जांच कर रही है। ईडी यह पता लगा रही है कि न्यूजक्लिक को कितने पैसे आए, उसका इस्तेमाल कहां किया गया। कंपनी को कितना मुनाफा हुआ। किन-किन लोगों को कितने पैसे मिले। विदेश से पैसों का लेन-देन किस तरह हुआ।

स्पेशल सेल ने सबसे पहले तीन अक्टूबर को न्यूजक्लिक के सैदुलाजाब स्थित कार्यालय समेत कंपनी से जुड़े पत्रकारों व अन्य के दिल्ली-एनसीआर समेत पांच शहरों में 100 से अधिक ठिकानों पर 11 घंटे तक छापेमारी की थी। उक्त जगहों से पुलिस ने कुल 37 लोगों को हिरासत में लिया था। बाद में प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर बाकी को छोड़ दिया गया था।

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