Delhi Pollution: दो दिन की राहत के बाद फिर बढ़ी दिल्लीवासियों की मुश्किलें, 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचा AQI
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ गया है और शाम को एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 393 रहा जो सबसे अधिक है। वाहनों के उत्सर्जन और पराली के धुएं को प्रदूषण का प्रमुख कारण माना जा रहा है। अगले तीन दिनों तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में दो दिन थोड़ी राहत के बाद शुक्रवार को प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। दिन में स्माग कम होने से आसमान साफ रहा व हल्की धूप भी निकली। इससे दिन में प्रदूषण से थोड़ी राहत महसूस की गई लेकिन सुबह व शाम के वक्त स्मॉग अधिक रहा। इस वजह से शाम होते-होते हवा की गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी देश के 264 शहरों के एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स सबसे अधिक 393 रहा। इस वजह से हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। इससे दिल्ली सबसे अधिक प्रदूषित रही। बिहार का हाजीपुर दूसरा प्रदूषित शहर रहा। हाजीपुर का एयर इंडेक्स 389 रहा।
सीपीसीबी और आईक्यूएयर का डाटा रहा अलग
दूसरी ओर स्विस कंपनी के ऐप आईक्यूएयर ने सुबह साढ़े दस बजे से 11:30 बजे के बीच दिल्ली का एयर इंडेक्स 533 बताया। इसके बाद धीरे-धीरे एयर इंडेक्स में हुआ सुधार और शाम साढ़े चार बजे आइक्यूएयर ने दिल्ली का एयर इंडेक्स 296 बताया लेकिन सात बजे इस ऐप ने एयर इंडेक्स 340 बताया। इसलिए ऐप ने हवा की गुणवत्ता खतरनाक बताया लेकिन सीपीसीबी द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार 340 हो तो हवा की गुणवत्ता बेहद खराब मानी जाती है।सीपीसीबी के अनुसार शाम छह बजे के बाद दिल्ली का एयर इंडेक्स बढ़कर गंभीर श्रेणी में 401 हो गया और शाम सात बजे यह बढ़कर 405 पहुंच गया। इस वजह से दिल्ली के 39 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में 23 जगहों पर एयर इंडेक्स 400 से अधिक हो गया।एनसीआर के शहरों में भी शुक्रवार को प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार फरीदाबाद व ग्रेटर नोएडा को छोड़कर एनसीआर के सभी प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही।
प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन की भागीदारी रही 15.16 प्रतिशत
आइआइटीएम पुणे के डिसिजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के अनुसार दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन की भूमिका 15.16 प्रतिशत रही। औद्योगिक ईकाइयों से निकलने वाले धुएं की भूमिका 2.87 प्रतिशत रही। एक दिन पहले बृहस्पतिवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की भूमिका 17.9 प्रतिशत रही। ऐसे में प्रदूषण में पराली का धुआं भी अभी अहम भूमिका निभा रहा है। वातावरण में पीएम-10 का स्तर 329.2 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर व पीएम-2.5 का स्तर 198.5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जो मानक स्तर से करीब सवा तीन गुना ज्यादा है। सीपीसीबी के अनुसार हवा की गति कम होने के कारण अगले तीन भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहेगी।सीपीसीबी और आईक्यूएयर ऐप द्वारा प्रदर्शित एयर क्वालिटी इंडेक्स
शहर | सीपीसीबी | आईक्यूएयर |
दिल्ली | 393 | 296 |
नोएडा | 312 | 182 |
गाजियाबाद | 302 | 179 |
गुरुग्राम | 302 | 223 |
फरीदाबाद | 292 | 185 |
ग्रेटर नोएडा | 262 | 159 |
नोट: आईक्यूएयर ऐप के एयर इंडेक्स का आंकड़ा शाम साढ़े चार बजे का है।
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- आनंद विहार- 451
- जहांगीरपुरी- 451
- वजीरपुर- 445
- नेहरू नगर- 443
- बवाना- 442