Delhi Pollution: दिल्ली के 22 इलाकों में खतरनाक श्रेणी में पहुंची हवा की गुणवत्ता, अभी हालात बने रहेंगे चिंताजनक
एनसीआर में प्रदूषण का स्तर और भी ज्यादा बढ़ गया है। इस वजह से शनिवार को दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही और लगातार दूसरे दिन भी हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रही। वहीं दिल्ली के 22 इलाकों में एयर इंडेक्स बढ़कर 450 के पार पहुंच गया। इस वजह से उन इलाकों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में रही।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। एनसीआर में प्रदूषण का स्तर और भी ज्यादा बढ़ गया है। इस वजह से शनिवार को दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही और लगातार दूसरे दिन भी हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रही। वहीं, दिल्ली के 22 इलाकों में एयर इंडेक्स बढ़कर 450 के पार पहुंच गया। इस वजह से उन इलाकों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में रही।
एनसीआर के शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, रविवार को भी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रहेगी। क्रिसमस के दिन प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार होगा लेकिन हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी रहेगी। अगले छह दिनों तक प्रदूषण से ज्यादा राहत मिलने की संभावना नहीं है।
क्या कह रहे आंकड़े
सीपीसीबी द्वारा जारी देश के 249 शहरों के एयर इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली का औसतन एयर इंडेक्स सबसे अधिक 450 रहा, जो गंभीर श्रेणी में है। एक दिन पहले दिल्ली का एयर इंडेक्स 409 था। दिल्ली में वजीरपुर, जहांगीरपुरी, मुंडका और रोहिणी में प्रदूषण सबसे ज्यादा रहा।इन इलाकों में एयर इंडेक्स 485 से 489 के बीच रहा। इसका कारण हवा की गति कम, कोहरा और स्थानीय परिस्थितियां रहीं। आर-आसमान पोर्टल के अनुसार दिल्ली के प्रदूषण में 41 प्रतिशत हिस्सेदारी बायोमास जलने के कारण निकलने वाले धुएं की रही।
इसके अलावा वाहनों की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत व कूड़ा जलने के कारण निकलने वाले धुएं की हिस्सेदारी नौ प्रतिशत रही। एनसीआर के शहरों में नोएडा में सुबह के वक्त एयर इंडेक्स 401 पहुंच गया था लेकिन बाद में एयर इंडेक्स में थोड़ा सुधार हुआ और औसत एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में 390 रहा।
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति पर सीएक्यूएम की नजर
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पिछले दिन के मुकाबले बढ़ने के मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की सब-कमेटी की शनिवार को फिर बैठक हुई। जिसमें ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप)- चार के प्रतिबंधों को लागू करने पर चर्चा हुई। आयोग का कहना है कि ग्रेप-तीन के प्रतिबंध एक दिन पहले 22 दिसंबर की शाम को ही लगे हैं। इसका असर दिखने में थोड़ा वक्त लग सकता है। इसलिए ग्रेप-चार के सख्त प्रविधानों को लागू करने से पहले आयोग थोड़ा इंतजार करेगा। प्रदूषण की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल ग्रेप तीन के प्रतिबंध लागू रहेंगे। आयोग ने इसे सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
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