Delhi Pollution: दिल्ली में महंगी पार्किंग का नहीं दिखा खास असर, गाड़ियों की लगी लंबी कतार
बढ़ते प्रदूषण के चलते लागू GRAP के दूसरे चरण में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने पार्किंग शुल्क बढ़ा दिया है। लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। लुटियंस दिल्ली में निजी वाहनों की भरमार है और बाजारों में आने वाले वाहनों की संख्या में कोई कमी नहीं दिख रही है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर बढ़ते प्रदूषण पर कैसे अंकुश लगेगा?
ऐसे लोगों की गाड़ियों की संख्या दिख रही ज्यादा
कनॉट प्लेस में दोपहर बाद भी पार्किंग में वाहनों की संख्या खूब दिखी। अन्य बाजारों में ऐसी ही स्थिति हो रही है जिसमें महंगी पार्किंग (Delhi Parking Price Hike) का लोगों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। कनॉट प्लेस समेत दूसरे बाजारों में निजी वाहन लेकर पहुंच रहे ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो त्योहारों के मद्देनजर या तो खरीददारी करने आए हैं या फिर किसी को उपहार आदि पहुंचाने आए हैं।कोर्ट ने अपने आदेश में एनडीएमसी को कह रखा है कि जो 50 लाख की गाड़ी लेकर चलता है उसे क्या असर पड़ेगा। पार्किंग के दाम बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि जिसको जाना है वाहन लेकर तो वह तो जाएगा। - संजीव मेहरा, अध्यक्ष, खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन
पहले के बराबर ही पार्किंग में आ रही गाड़ियां
कनॉट प्लेस की सभी पार्किंग में शाम को पहले जैसी ही स्थिति दिख रही है। कनॉट प्लेस में एक पार्किंग संचालित करने वाले एक कर्मी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि पार्किंग के दाम बढ़ने से मुश्किल हो रही है क्योंकि जब लोग प्रवेश या निकास करते हैं तो दाम बढ़ने पर बहस करते हैं।यह भी पढ़ें: Delhi-NCR के प्रदूषण में दिखी कमी, तेज हवा चलने से हुआ फायदा; दिल्ली का AQI अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी मेंत्योहारों के समय पार्किंग के दाम बढ़ाने का कोई तुक नहीं है। इस समय तो वह लोग भी वाहन लेकर निकलते हैं जो सामान्य दिनों में सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं। एनडीएमसी पार्किंग का संचालन तो कर नहीं पा रही है। जो लोग पार्किंग चला रहे हैं उन्हें पार्किंग चलाने का अनुभव नहीं है इससे लोग और परेशान होते हैं।-विक्रम बधवार, सचिव, नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन