दिल्ली से सटे तीन राज्यों को गोपाल राय ने लिखी चिट्ठी, डीजल से चलने वाले वाहनों को लेकर की बड़ी अपील
Delhi Pollution दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने कमर कस ली है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक तरफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि एमसीडी के सफाई कार्य के लिए 6200 अतिरिक्त कर्मचारी लगाए जाएंगे। सड़कों पर पानी का छिड़काव बढ़ाया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ पर्यावरण मंत्री ने राजधानी से सटे तीन राज्यों के परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते एक्यूआई का मूल कारण पड़ोसी राज्यों से दिल्ली में आने वाली डीजल बसें हैं। दिल्ली (Delhi News) में जो बसें चलती हैं वह सीएनजी और इलेक्ट्रिक हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिए दिल्ली से सटे राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के परिवहन मंत्रियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि जब तक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, अपनी डीजल बसों के स्थान पर सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को ही दिल्ली भेजें।
हॉट स्पॉट पर सघन निगरानी का मिला निर्देश
राय ने मंगलवार को सचिवालय में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक भी की। उन्होंने बताया कि हॉट स्पॉट पर सघन निगरानी का निर्देश दिया गया है। डस्ट सप्रेसेंट मिलाकर पानी का छिड़काव करने को कहा गया है।
भीड़भाड़ वाली जगहों पर 1800 ट्रैफिक पुलिस की होगी तैनाती
राय (Gopal Rai) ने बताया कि सड़कों की सफाई के लिए एमसीडी के 6200 सफाई कर्मियों को लगाया जाएगा। साथ ही यातायात के सुचारू प्रवाह और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर 1800 ट्रैफिक पुलिस (Delhi Traffic Police) की तैनाती की गई है। दिल्ली-NCR में ग्रेप-2 लागू हो गया।बकौल राय, सभी सरकारी विभागों, प्राइवेट एजेंसियों, निर्माण स्थल को निर्देश दिया गया है कि रात की ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड को हीटर उपलब्ध करवाएं। मेट्रो (Delhi Metro) और सीएनजी / इलेक्ट्रिक बस सेवा की फ्रीक्वेंसी बढाई जाएंगी।
पीडब्ल्यूडी (PWD) को आदेश दिया है कि वे मोबाइल एंटी स्माग गन की तैनाती निर्माण कार्य स्थलों तथा धूल वाले स्थलों पर भी करें। हॉट स्पॉट पर समन्वय समिति को प्रतिदिन दौरा करने का निर्देश दिया गया है। धूल निरोधक दस्ते को प्रतिदिन कम से कम दो सीएंडडी स्थल का निरीक्षण करने को कहा गया है।
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